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Agra: शहर के मुख्य मार्गों पर अब ई-रिक्शा का संचालन प्रतिबंधित किया जाएगा
आगरा: शहर के मुख्य मार्गों पर अब ई-रिक्शा का संचालन प्रतिबंधित किया जाएगा. संभागीय परिवहन विभाग ने से इस दिशा में कार्रवाई शुरू कर दी है. पहले दिन शहरभर से 58 से अधिक ई-रिक्शा जब्त किए गए. प्रपत्र न होने, अनफिट और टैक्स न देने वाले ई-रिक्शा और ई-ऑटो के चालान भी किए गए.
शहर में 12000 से अधिक ई-रिक्शा हैं, इनसे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं. जनवरी 2024 से अब तक हादसे से ऐसे हुए जिनमें दो महिलाओं कई और लोगों की जान चली गई. पिछले दिनों आगरा कॉलेज के पास हुए हादसे में सरकारी महिला कर्मचारी की मौत हुई थी. वहीं भगवान टॉकीज के पास भी महिला की मौत वजह ई-रिक्शा बना था.
बिना बीमा के ही दौड़ रहे: जिन महिलाओं की मौत हुई. उनमें से किसी के परिजनों को दुर्घटना का क्लेम नहीं मिला. क्योंकि इस ई-रिक्शा का इंश्योरेंस और पूरे कागज ही नहीं थे. विभाग से सिर्फ रजिस्ट्रेशन कराने के बाद इन्हें सड़कों पर दौड़ाया जा रहा है.
● एमजी रोड, माल रोड और फतेहाबाद रोड पर रेड लाइट चौराहे पर सुनिश्चित किया जाना था कि बाईं ओर आने वाले वाहन निरंतर गतिमान रहें. रेड लाइट होने पर सीधे जाने वाले वाहन बाईं ओर नहीं खड़े होने थे. इससे चौराहे पर जाम की स्थिति पैदा नहीं होगी.
● एमजी रोड पर सीमित संख्या में ऑटो का संचालन सुनिश्चित करने के लिए डीसीपी सिटी से समन्वय स्थापित कर विशेष कार्य योजना रोस्टर प्लान तैयार किया गया.
● एमजी रोड पर कम से कम दो क्रेन संचालित रहेंगी. अवैध पार्किंग करने वाले वाहनों को उठाकर निर्धारित स्थान पर खड़ा करेंगी. क्रेनों पर लाउड स्पीकर लगाए जाएंगे.
● एमजी रोड, माल रोड, फतेहाबाद रोड पहले से नो वेंडिंग जोन घोषित हैं, इन मार्गों पर किसी भी दशा में अवैध वेंडिंग नहीं होने दी जाएगी.
पहले एमजी रोड के लिए बनी थी व्यवस्था: आगरा की लाइफ लाइन कही जाने वाली एमजी रोड पर ई-रिक्शा और रिक्शा को प्रतबंधित करने की कार्ययोजना सितंबर 2023 में बनी थी. यातायात पुलिस ने एमजी रोड समेत प्रमुख मार्गों के लिए कार्ययोजना तैयार की थी. 200 यातायात पुलिसकर्मियों को एमजी रोड को अतिक्रमण मुक्त रखने की जिम्मेदारी सौंपी थी. आगरा एमजी रोड, फतेहाबाद और माल रोड समेत प्रमुख मार्गों पर यातायात व्यवस्था को जाम रहित और अतिक्रमण मुक्त बनाने के लिए यातायात पुलिस ने विशेष कार्ययोजना बनाई गयी थी लेकिन कुछ समय के बाद विफल हो गयी.
हाईकोर्ट से ले लिया है स्टे: विभागीय अधिकारियों ने बताया कि ई-रिक्शा बैटरी से चलते हैं तो इनका इंजन कोई आवाज नहीं करता. इससे दुर्घटना होने की संभावना अधिक रहती है. इन्हें पूरी तरह से बंद किया जा रहा था. इनके रजिस्ट्रेशन भी बंद कर दिए गये थे. लेकिन हाईकोर्ट से स्टे लाने के बाद फिर से रजिस्ट्रेशन शुरू कर दिए गये हैं. अगर ई-रिक्शा चलाने वाला हॉर्न न बजाए तो इसके आगे जा रहे पैदल राहगीर या वाहन वाले को पता ही नहीं चलता कि पीछे से कोई तीन पहिया सवारी वाहन आ रहा है. ऐसे में अगर आगे जाने वाला एकदम से रुक जाए तो दुर्घटना घटित हो जाती है.