- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- Agra: आटा चक्की मालिक...
![Agra: आटा चक्की मालिक की पिटाई से मौत हुई Agra: आटा चक्की मालिक की पिटाई से मौत हुई](https://jantaserishta.com/h-upload/2025/02/07/4368650-mataka-ka-fail-fata-va-lkhanauu-ekasaparasa-va-para-jama-lgata-bhaugdha337879fa7bf8e34ba239e0e213cc8bb4.avif)
आगरा: जिले के डौकी थाना की कबीस पुलिस चौकी पर पूछताछ के लिए बुलाए चक्की संचालक की गुरुवार शाम मौत हो गई. पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में चक्की संचालक समेत तीन आरोपियों को पूछताछ के लिए पुलिस चौकी पर बुलाया था. पूछताछ में चक्की संचालक की तबियत खराब हो गई तो पुलिस में खलबली मच गई. पुलिसकर्मी घबरा गए, तभी परिजन भी पुलिस चौकी पर पहुंच गए. पुलिस ने गंभीर हालत में चक्की संचालक को एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में भेज दिया. जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद परिजनों ने एसएन मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा किया. अधेड़ की मौत के बाद आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने पहले कबीस पुलिस चौकी घेर ली, फिर जमकर नारेबाजी की. परिजनों ने पुलिस पर मारपीट का भी आरोप लगाया. आरोप है कि जो पुलिसकर्मी लेकर आए थे. उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए. गुस्साए परिजन और ग्रामीण एकजुट होकर आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर पहुंच गए और जाम लगा दिया. ये देखकर पुलिस के हाथ पैर फूल गए.मामला जिले के डौकी थाना की कबीस पुलिस चौकी का है. गांव गढ़ी हंसिया निवासी देवेंद्र ने बताया कि केदार सिंह (58) की गांव में चक्की है. पिता केदार सिंह खाना खाकर बैठे थे, तभी कबीस पुलिस चौकी से एक एसआई के साथ पुलिसकर्मी आए थे, जो अपने साथ पूछताछ के लिए ले गए थे. पिता अपनी बाइक से पुलिस चौकी पर गए थे, हम पीछे से पुलिस चौकी पर पहुंचे तो पिता केदार सिंह की हालत खराब थी. उन्हें पुलिस आगरा लेकर आई थी. उन्होंने बताया कि वह भी आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी पर आए तो चिकित्सक ने पिता केदार सिंह को मृत घोषित कर दिया. देवेंद्र का आरोप है कि पिता को मार डाला. इसके बाद ग्रामीणों ने कबीस पुलिस चौकी पर हंगामा शुरू कर दिया. पुलिस अधिकारी एसएन मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम हाउस और कबीस पुलिस चौकी पर पहुंच गए.
ग्रामीणों ने पुलिस पर उत्पीडन और मारपीट का आरोप लगाया. जिस पर कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंच गया. ये देखकर आक्रोशित ग्रामीण और परिजन आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर पहुंच गए और जाम कर दिया. परिजनों ने आरोप लगाते हुए मांग की है कि जिन पुलिसकर्मियों ने केदार सिंह के साथ मारपीट की उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए. साथ ही पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए. ग्रामीणों के आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर जाम लगाने से दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई.
केदार सिंह की पत्नी चंद्रकांता ने रोते हुए यही पीड़ा व्यक्त की: पुलिस घर पर आई, पति को अपने साथ ले गई। मना किया लेकिन कोई नहीं माना। पुलिस चाैकी में पति के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। उनको पीट-पीटकर मार डाला। मेरा सब कुछ लुट गया। अब बच्चों का पालन पोषण काैन करेगा? पुलिसकर्मियों पर हत्या का केस लिखा जाए। पुलिस हिरासत में मरने वाले केदार सिंह की पत्नी चंद्रकांता ने रोते हुए यही पीड़ा व्यक्त की। चंद्रकांता लखनऊ एक्सप्रेस-वे पर पहुंची थीं। परिजन उन्हें किसी तरह संभाल रहे थे। केदार सिंह घर के पास ही आटा चक्की चलाते थे। उनके दो बेटे देवेंद्र और गजेंद्र के अलावा 6 बेटियां हैं। परिजन ने बताया कि दोपहर में पुलिसकर्मी केदार सिंह को पकड़कर ले गए। नहीं बताया क्यों ले जा रहे हैं। पहले जीप में बैठाया फिर बाइक पर बैठाकर एक पुलिसकर्मी लेकर गया। केदार सिंह के पौत्र आकाश ने बताया कि वह बैंक से रुपये निकालकर लाैट रहा था। तभी बाबा को चाैकी के बाहर पड़ा देखा। उन्हें पुलिसकर्मी ऑटो में ले जा रहे थे। बाद में उनकी माैत का पता चला।
एक्सप्रेस-वे पर 10 किमी तक जाम: लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर ग्रामीणों के जाम लगाने से 10 किलोमीटर तक वाहनों की कतार लग गई। वाहनों में प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालु, पर्यटक और एंबुलेंस में फंसे मरीज शामिल थे। जिसने वाहन निकालने की कोशिश की, उसके पीछे गुस्से में लोग दौड़ पड़ रहे थे। पुलिसकर्मी भी कुछ नहीं कर पा रहे थे। कबीस पुलिस चाैकी से 5 किलोमीटर की दूरी पर एक्सप्रेस-वे की नदाैता पुलिया है। ग्रामीणों ने वहां पत्थर रखकर हंगामा किया। महिलाएं सड़क पर बैठ गईं। पुलिस मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। इससे आगरा से लखनऊ की तरफ 7 किमी और लखनऊ से आगरा की तरफ 3 किमी तक वाहनों की कतार रही। डीसीपी पूर्वी जोन अतुल शर्मा ने लोगों को समझाया। परिजन का कहना था कि पुलिसकर्मियों ने पीट-पीटकर हत्या की है। उन पर केस दर्ज कर कार्रवाई हो। मृतक के बेटे को सरकारी नाैकरी और मुआवजा मिले।
कार के पीछे भागे लोग, वीडियो वायरल
जाम में फंसे एक कार चालक को कुछ लोगों ने बाहर निकालने का प्रयास किया। चालक गाड़ी को बैक कर पीछे ले गया। इसका वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें लोग कार के पीछे भाग रहे हैं। दो घंटे बाद डीसीपी ने आश्वासन दिया, तब लोग हटने के लिए तैयार हुए। गांव में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है।
चाैकी प्रभारी को बचाकर निकाला: कबीस चाैकी पर मृतक की बेटी नीतू ग्रामीणों के साथ पहुंची थी। इस दाैरान फोर्स भी पहुंच गई। थाना फतेहाबाद के निरीक्षक डीपी तिवारी से ग्रामीण आक्रोश जताने लगे। बेटी पुलिसकर्मियों से भिड़ गई। देर तक हंगामा होता रहा। चाैकी में प्रभारी सिद्धार्थ कुमार अंदर माैजूद थे। बाहर से ताला लगा था। ग्रामीणों को रोककर किसी तरह प्रभारी को पीछे के गेट से निकालकर बाइक से दूर भेजा गया। पता चलने पर कुछ लोगों ने पीछा किया लेकिन प्रभारी को रोक नहीं सके।
![Admindelhi1 Admindelhi1](/images/authorplaceholder.jpg?type=1&v=2)