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Agra: लाइफ लाइन एमजी रोड और ग्वालियर हाईवे पर भी जानलेवा गड्ढे
आगरा: गड्ढा मुक्ति अभियान के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर दिए गए, लेकिन शहर में अभी तमाम सड़कें ऐसी हैं, जहां जानलेवा गड्ढे बने हुए हैं. हैरत की बात यह है कि शहर की लाइफ लाइन एमजी रोड और ग्वालियर हाईवे पर भी जानलेवा गड्ढे हैं, लेकिन इनकी ओर किसी का ध्यान नहीं है. सर्दी की रातों में यह गड्ढा बेहद खतरनाक साबित हो सकता है.
एमजी रोड सेंट जॉन्स चौराहा महात्मा गांधी रोड को शहर की लाइफ लाइन कहा जाता है. इस रोड पर ट्रैफिक दबाव अधिक रहता है. यहां अब आगरा मेट्रो का काम भी शुरू हो चुका है. ऐसे में सड़क पर हुए गड्ढे नौकरशाही की लापरवाही की गवाही दे रहे हैं. एमजी रोड का रखरखाव लोक निर्माण विभाग करता है. रोड पर सेंट जॉन्स चौराहे के पास भीषण गड्ढा हो गया है. इसमें दोष केवल लोक निर्माण विभाग का नहीं है, जलकल विभाग भी बराबर का दोषी है. यहां जलकल विभाग की पानी की लाइन लीक हो रही है, जिससे पानी का रिसाव होता है और गहरा गड्ढा हो गया है. पुलिस ने यहां एक मोबाइल बेरीकेडिंग बोर्ड लगाया था, लेकिन वह भी गड्ढे में गिरा हुआ है. कुछ दिन पहले तक सूर सदन चौराहे के पास इसी तरह का गड्ढा हुआ था. यहां पानी का रिसाव होता था, इस गड्ढे को भर तो दिया गया, लेकिन यह नहीं कहा जा सकता कि यहां सड़क कब तक सुरक्षित रहेगी.
नगर निगम ने शहर में गड्ढा मुक्ति अभियान के तहत कई गड्ढों को भर दिया है और नई सड़कों पर भी काम किया जा रहा है. जहां भी गड्ढों की शिकायत मिलती है, उसे तुरंत भरवाया जाता है. निगम के क्षेत्राधिकार में हुए गड्ढों और टूटे डिवाइडरों को मरम्मत कराएंगे. यदि कोई सड़क लोक निर्माण विभाग, प्राधिकरण या नेशनल हाईवे अथॉरिटी की है तो उन्हें इसके विषय में सचेत किया जाएगा.
बीएल गुप्ता, मुख्य अभियंता नगर निगम
देवरी रोड पर गहरे गड्ढे से हादसों का खतरा
ग्वालियर, देवरी रोड पर जाना है तो मधु नगर चौराहे से गुजरना होगा. यहां भी गहरा गड्ढा हो गया है. इस रोड पर भी दिन भर भारी ट्रैफिक रहता है और रात में ट्रकों का दबाव अधिक रहता है. यहां भी पानी की पाइप लाइन लीक होने के कारण गड्ढा हुआ है. पानी की लाइन को ठीक करने के लिए गड्ढा खोदा गया था, लेकिन लाइन ठीक करने के बाद इसे भरने के लिए गिट्टी डाली नहीं गई और न ही डामरीकरण हुआ है. पानी अभी इस गड्ढे में भरा रहता है. कई बार यहां वाहन पलट चुके हैं.
गड्ढा मुक्ति पर छह करोड़ खर्च किए
नगर निगम ने शहर में गड्ढा मुक्ति अभियान चलाया था, जिसमें करीब छह करोड़ रुपये खर्च किए गए थे. लोक निर्माण विभाग ने भी जिले में करीब चार करोड़ रुपये की गड्ढा मुक्ति की थी, लेकिन इन गड्ढों पर किसी का ध्यान नहीं है. हाल में मेयर हेमलता कुशवाह ने नगर निगम सीमा में करीब 50 करोड़ रुपये से सड़कों के निर्माण का एलान किया है. इस राशि से लोहामंडी, हरीपर्वत और छत्ता जोन में सड़कों का डामरीकरण, इंटरलाकिंग आदि कार्य होंगे.