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उत्तर प्रदेश
अग्निवीरों को यूपी में दी जाएगी पुलिस सेवा में प्राथमिकता
Ritisha Jaiswal
15 Jun 2022 3:58 PM GMT
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मिशन अग्निपथ के तहत बड़ी संख्या में युवाओं को सेनाओं में भर्ती किया जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड की भर्ती रैली की तैयारियां की जा रही हैं। अ
मिशन अग्निपथ के तहत बड़ी संख्या में युवाओं को सेनाओं में भर्ती किया जाएगा। इसके लिए उत्तर प्रदेश व उत्तराखण्ड की भर्ती रैली की तैयारियां की जा रही हैं। अगस्त से रैली शुरू होंगी। यह जानकारी मध्य कमान के सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने दी। वह बुधवार को छावनी स्थित सूर्या प्रेक्षागृह में आयोजित प्रेसवार्ता को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर मिशन अग्निपथ पर आधारित प्रेजेंटेशन भी प्रदर्शित की गई। लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी ने बताया कि आज के बाद सारी भर्ती अग्निपथ स्कीम के जरिए ही होंगी। अभी यह पुरुषों के लिए है। लेकिन मिलिट्री पुलिस में महिला सिपाही की भर्ती में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
लखनऊ, वाराणसी, गोरखपुर सेना भर्ती कार्यालय से जुड़े जिलों में इस साल अक्टूबर के आखिरी और नवम्बर के पहले सप्ताह में भर्ती कराई जाएगी। अगस्त के आखिरी और सितंबर के पहले हफ्ते में उत्तराखंड व मेरठ सहित पश्चिम यूपी के जिलों में भर्त्ती होगी। पहला बैच अगले साल एक जनवरी में भर्ती होगा। जुलाई में पहला बैच सेवा में आ जाएगा। उन्होंने आगे कहाकि पहली बार यह भर्ती हो रही है। सभी सेना भर्ती कार्यालयों के लिए पहले छह माह तक यह चैलेंज रहेगा। जिसके बाद व्यवस्थाएं बेहतर हो जाएंगी। अभी नॉर्मल भर्ती होगी, लेकिन अगले साल से आईटीआई स्किल डेवलपमेंट वालों को भी मौका मिलेगा। एनसीसी के लिए कोई सीधा प्रोविजन नही किया गया है। चार साल की नौकरी के बाद बाहर आने वाले युवाओं द्वारा सुरक्षा से जुड़ी जानकारियों के दुरुपयोग की बात ठीक नहीं है। आज भी एक लाख युवा 15 साल की सेवा के बाद फौज छोड़कर जा रहे हैं। हर अग्निवीर की डिटेल हमारे पास रहेगी। इतना ही नहीं जो भर्ती 2021 में हुई है। मेडिकल भी हुए हैं और उनके डिस्पैच लेटर जारी नहीं हुए हैं, वे भर्ती भी अग्निपथ स्कीम से होंगी।
मजबूत होगी प्रोफाइल
मध्य कमान स्टाफ अध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल विवेक कश्यप ने बताया कि जो दसवीं पास कर अग्निवीर बनेंगे, उनकी आगे की पढ़ाई भी करवाई जाएगी। वे इंटर पास होकर बाहर आएंगे। इस योजना के माध्यम से भारतीय सशस्त्र सेनाओं की प्रोफाइल मजबूत होगी। जिससे उन्हें आगे रिज्यूम लगाने पर खासा लाभ भी मिलेगा।
फौज की औसत आयु घटेगी
भारतीय फौज की औसत आयु 32 जे 36 साल है। लेकिन अब अग्निपथ स्कीम के लागू होने से यह 24 से 26 वर्ष हो जाएगी। इतना ही नहीं जोश व होश का शानदान सम्मिश्रण सेना में देखने को मिलेगा। हालांकि चयन प्रक्रिया में कोई रियायत नहीं बरती जाएगी। अग्निवीर सेना से सीखकर समाज को भी लाभ देंगे।
नहीं मिलेंगी सुविधाएं
अग्निवीर रहने केदौरान सैनिकों को आकर्षक फाइनेंसियल पैकेज के साथ-साथ सारी सुविधाएं मिलेंगी। लेकिन चार साल बाद उन्हें पूर्व सैन्यकर्मी का दरजा नहीं मिलेगा। साथ ही कैंटीन व मेडिकल जैसी सुविधाएं भी नहीं मिलेंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि भारतीय सेना में अग्निपथ योजना के तहत चार साल के लिए भर्ती होने वाले युवाओं को यूपी पुलिस में सेवा करने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह योजना भारतीय युवाओं के लिए आकर्षक योजना है। इस योजना के तहत इस वर्ष 46 हजार अग्निवीरों की भर्ती की जाएगी। इस योजना का लक्ष्य सशस्त्र बलों को आधुनिक तकनीक से युक्त युवा शक्ति से जोड़ना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अग्निपथ योजना देश की तीनों सेनाओं की मानव संसाधन नीति में एक नए युग की शुरुआत है। इसके माध्यम से युवाओं को देश की सेवा करने और राष्ट्र निर्माण में योगदान करने का अनूठा अवसर मिलेगा। सशस्त्र बलों में युवा और अनुभवी कर्मियों के बीच एक अच्छा संतुलन बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सशस्त्र बलों में चार साल की सेवा पूरी होने पर अग्निवीरों को स्थाई नामांकन के लिए आवेदन करने का मौका भी दिया जाएगा।
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Ritisha Jaiswal
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