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चुनाव घोषणापत्र समिति की पहली बैठक में 2047 तक विकसित भारत के एजेंडे पर चर्चा की गई
लखनऊ: भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में हुई पार्टी की चुनाव घोषणापत्र समिति की पहली बैठक में 2047 तक विकसित भारत के एजेंडे पर चर्चा की गई. पार्टी ने इसके लिए देशभर से सुझाव मांगे थे. उसे अपनी मिस्ड कॉल सेवा से 3.75 लाख से अधिक सुझाव मिले हैं. साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (नमो) ऐप पर लगभग 1.70 लाख सुझाव मिले.
पहली बैठक की जानकारी देते हुए समिति के सह संयोजक केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और महासचिव विनोद तावड़े ने कहा कि बैठक के केंद्र में सरकार के विकसित भारत का एजेंडा और उसकी रूपरेखा रही. घोषणापत्र में पार्टी प्रधानमंत्री मोदी द्वारा गरीबों, युवाओं, महिलाओं और किसानों के लिए अपनी सरकार की प्राथमिकताओं को लगातार रेखांकित किए जाने के साथ उनसे जुड़े मुद्दों को प्रमुखता दे सकती है. गोयल ने कहा कि नमो एप पर लगभग 1.70 लाख सुझाव मिले. इसके लिए देश के 3,500 विधानसभा क्षेत्रों में 916 वीडियो वैन भी चलाई गईं, जो लोगों तक पहुंची और घोषणापत्र के लिए उनके वि मांगे. बैठक में 27 सदस्यीय समिति में आठ केंद्रीय मंत्री और मुख्यमंत्री एवं अन्य नेता शामिल हुए. असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा बैठक में शामिल नहीं हो सके. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, भूपेंद्र यादव, अश्विनी वैष्णव, धर्मेंद्र प्रधान, स्मृति ईरानी और राजीव चंद्रशेखर और उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य रहे.
लाख से अधिक सुझाव मिले केशव प्रसाद मौर्य
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा को लोकसभा चुनाव में घोषणापत्र के लिए लाख से अधिक सुझाव मिले हैं. भाजपा की घोषणापत्र समिति के सदस्य मौर्य ने कहा कि समिति प्राप्त सुझावों पर चर्चा करेगी और दस्तावेज को जल्द ही अंतिम रूप देगी. मौर्य ने कहा, बैठक का विवरण साझा नहीं कर सकता. मैं केवल यह कह सकता हूं कि गंभीर वि-विमर्श करने के बाद, हम अपने घोषणापत्र में केवल वही वादे करेंगे जिन्हें हम पूरा कर सकते हैं.