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पुलिस ने CM योगी के आदेश के बाद नशे के कारोबार को लेकर छेड़ा बड़ा अभियान
गोरखपुर जोन के देवरिया जिले में अवैध शराब का बड़े पैमाने पर कारोबार हो रहा है। बिहार बॉर्डर से सटे इस जिले में शराब की तस्करी के मामले इस साल के आठ महीने में 1601 धंधेबाजों पर कार्रवाई हो चुकी है। वहीं गोण्डा जिले इस मामले में दूसरे तो महराजगंज तीसरे नम्बर पर है। गोण्डा में जहां 1201 लोगों पर केस हुआ वहीं महराजगंज में 1119 पर पुलिस ने कार्रवाई की। जोन के 11 जिलों में अवैध शराब कारोबार से जुड़े 8531 लोगों पर इस साल पुलिस ने केस दर्ज किया है इनमें 84 पर गैंगस्टर की कार्रवाई हुई है तो 43 की हिस्ट्रीशीट खुल गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवैध नशे के धंधेबाजों पर शिकंजा कसने का निर्देश दिया है। इसके तहत एक सप्ताह तक अवैध शराब, स्मैक, ड्रग्स, हुक्काबार के खिलाफ पूरे प्रदेश में अभियान चलाया गया है। एक सप्ताह के विशेष अभियान में गोरखपुर जोन की पुलिस ने बड़े पैमाने पर कार्रवाई की है। इस दौरान 11 जिलों में मादक पदार्थ की तस्करी से जुड़े बदमाशों की 10 करोड़ से ज्यादा की सम्पत्ति को पुलिस ने जब्त कराया है। हालांकि इस साल के आठ महीनों के आंकड़ों और ज्यादा है।
पड़ताल:
वर्ष 2022 के आठ महीने में देवरिया में अवैध शराब में दर्ज हुआ 1601 पर केस
गोंडा में 1201 तो महराजगंज में 1119 अवैध शराब के मामले में केस दर्ज
जोन के 11 जिलों में 8531 पर केस, 84 पर गैंगस्टर 43 की खुली हिस्ट्रीशीट
नशे के कारोबारियों पर बड़े पैमाने पर सम्पत्ति कुर्क करने के लिए बनी सूची
नशा पर शिकंजा के लिए पुलिस की भी तय होगी जवाबदेही, छिनेगी कुर्सी
अवैध शराब का गढ़ है बॉर्डर इलाका: पुलिस की कार्रवाई के मुताबिक बिहार बॉर्डर हो या फिर नेपाल या फिर जोन का बॉर्डर हो वहां अवैध शराब का धंधा काफी जोरों पर है। आंकड़ों की बात करें तो बिहार बॉर्डर से सटे देवरिया जिले में अवैध शराब का कारोबार पहले नम्बर पर जबकि गोरखपुर जोन के बॉर्डर का जिला गोंडा दूसरे नम्बर पर है। वहीं नेपाल बॉर्डर से सटा महराजगंज इस मामले में तीसरे नम्बर पर है। उसके बाद बहराइच और सिद्धार्थनगर का नम्बर आता है। बार्डर से लगे जिले में ही अवैध शराब का कारोबार टॉप 5 में है।
स्मैक/ड्रग्स में टॉप 5 में गोरखपुर भी: इस साल गोरखपुर जोन की पुलिस द्वारा स्मैक/ड्रग्स में हुई कार्रवाई के आंकड़ों पर नजर दौड़ाए तो नशे के इस कारोबार के टॉप 5 में गोरखपुर भी शामिल है। पहले नम्बर पर बहराइच, दूसरे पर गोंडा तीसरे पर बस्ती और चौथे पर गोरखपुर जिले में स्मैक के तस्करों का नाम सामने आया है। स्मैक का गढ़ बाराबंकी जिला है ये सारे जिले एक रूट पर हैं। धंधेबाज बाराबंकी से स्मैक लेकर आते और इन जिलों में सप्लाई करते हैं। अवैध शराब, स्मैक, ड्रग्स, हुक्काबार के खिलाफ एक सप्ताह तक चले विशेष अभियान में गोरखपुर जोन की पुलिस को भारी सफलता मिली है। कुछ की सम्पत्ति जब्त की गई है तो कुछ की जब्त करने की कार्रवाई चल रही है। जोन के सभी जिलों को नशे के अवैध करोबार से मुक्त करने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें किसी स्तर पर पुलिस की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
अखिल कुमार, एडीजी गोरखपुर जोन