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बड़ी खबर
गोंडा। गोंडा के सोनवरसा स्थित पवित्र सरोवर में मां दुर्गा की प्रतिमाओं की विसर्जन हो चुका है और मां के भक्त देवी को श्रद्धा पूर्वक नमन कर अपने घरों को लौट चुके हैं। लेकिन लोगों की यह श्रद्धा पानी में रहने वाले जीवों के लिए खतरा बन गयी है। प्रतिमा विसर्जन के दौरान फेंकी गयी गंदगी से सोनवरसा तालाब पट गया है और इस गंदगी के चलते इस तालाब में संरक्षित दुर्लभ प्रजाति के कछुओं और मछलियों के जीवन पर संकट खड़ा हो गया है। धानेपुर के देवरिया अलावल ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाला सोनवरसा पोखरा बाबा खरखरदास आश्रम की देखरेख में है। अपनी साफ सफाई के कारण यहां का पानी अत्यंत साफ व स्वच्छ हुआ करता है। आश्रम की तरफ से इस सरोवर में दुर्लभ प्रजाति के कछुए, मछलियां व अन्य जलीय जीव संरक्षित किए गए हैं।
दो दिन पहले हुए प्रतिमा विसर्जन कार्यक्रम ने यहां की सुंदरता पर ग्रहण लगा दिया है। विसर्जन के बाद पूरा तालाब गंदगी से पट गया है। सरोवर के एक तरफ घाट पर बेतरतीब ढंग से विसर्जन का कचरा पड़ा है। चारों तरफ और इस पवित्र सरोवर का स्वच्छ पानी प्रतिमाओं के विसर्जन व उसके साथ फेंका गई गंदगी से प्रदूषित हो उठा है। प्रदूषण से पानी में संरक्षित किए गए जलीय जीवों के जीवन पर संकट खड़ा हो गया है। तालाब में फेंकी गई गंदगी व कूड़े की साफ सफाई के लिए आश्रम के पीठाधीश्वर संत छोटे बाबा ने आवाज उठाई है। उन्होंने इस गंदगी की सफाई की मांग करते हुये जिलाधिकारी से तालाब में फेंके गए कचरे को हटाए जाने की मांग की है। छोटे बाबा ने भी तालाब में फेंकी गई गंदगी को सरंक्षित किए गए दुर्लभ प्रजाति के जलीय जीवों के लिए खतरा बताया है। बाबा खरखरदास आश्रम के पीठाधीश्वर संत छोटे बाबा का कहना है कि प्रतिमा विसर्जन के बाद जो गंदगी तालाब में बिखरी पड़ी है उससे आश्रम व सरोवर की सुंदरता पर ग्रहण लगा दिया है।
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