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शिक्षक की मौत के बाद सैकड़ों शिक्षकों ने हॉस्पिटल का किया घेराव
मेरठ न्यूज़: मेडिकल क्षेत्र स्थित एक हॉस्पिटल में उपचार के दौरान शिक्षक की मौत हो गई। परिजन और शिक्षकों ने मौत के लिए डाक्टर को जिम्मेदार ठहराते हुए हंगामा कर दिया। सूचना पर मेडिकल पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी की। परिजनों ने डाक्टर के खिलाफ थाने पर तहरीर दी। जिस पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। मवाना रोड स्थित रजपुरा निवासी मनमोहन सिंह बड़ौत स्थित जैन इंटर कालेज में उप प्रधानाचार्य थे। परिवार में पत्नी और एक बेटा और एक बेटी हैं। बेटी छवि (24) एमएसी है। बेटा मिलिन्द (22) गे्रजुएशन कर रहा है। मनमोहन सिंह शनिवार सुबह एक अक्टूबर को कार से स्कूल जा रहे थे। उनकी कार में अन्य शिक्षक साथी भी मौजूद थे। रोहटा के पास पहुंचते ही अचानक मनमोहन सिंह ने साथियों को बताया कि उनकी तबीयत खराब हो रही है।
इस पर परिजन उन्हें गढ़ रोड स्थित एक हॉस्पिटल में ले गये और न्यूरो सर्जन डा. रोहित को दिखाया। डा. रोहित ने बताया कि ब्रेन स्ट्रॉक पड़ा है। सिर में एक क्लॉट आया है। इनका आपरेशन जरूरी है। आपरेशन का खर्च छह लाख का बताया गया। सोमवार को मनमोहन सिंह को आपरेशन थियेटर में ले जाया गया। जहां सुबह नौ बजे से 12 बजे तीन घंटे तक आपरेशन किया। मनमोहन को जब 12 बजे के बाद होश नहीं आया तो उनकी हालत के बारे में पूछा। डा. रोहित ने कहा कि ब्लीडिंग हो गई है। जिसकी वजह से कुछ कहा नहीं जा सकता। शुक्रवार को मनमोहन सिंह की अस्पताल में मौत हो गई। परिजनों के होश उड़ गये। परिजनों ने आरोप लगाया कि उन्हें बिना बताये उनका वेंटीलेटर हटा दिया गया। डाक्टर की लापरवाही से मरीज की मौत हुई है। शिक्षक की मौत की सूचना अन्य शिक्षक ों को मिली तो वे सैकड़ों की तादाद में हॉस्पिटल पहुंच गये। शिक्षकों ने डाक्टर को जिम्मेदार ठहराते हुए हंगामा कर दिया। हंगामे की सूचना पर थाना मेडिकल पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मामले की जानकारी की। हंगामे पर डा. रोहित काम्बोज शिक्षकों के सामने हाथ जोड़ते नजर आये। बेटे मिलिन्द की ओर से डाक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए शिक्षकों ने थाना मेडिकल पुलिस को तहरीर दी है। एसपी सिटी पीयूष कुमार सिंह और एडीएम सिटी ने मौके पर पहुंचकर शिक्षकों से पूरे मामले की जानकारी की। एसपी सिटी ने हॉस्पिटल संचालक को आपरेशन के समय की वीडियोग्राफी और समस्त रिकॉर्ड सुरक्षित रखने के निर्देश दिए।
सरधना विधायक अतुल प्रधान ने डीएम, एसएसपी को मिलाया फोन: पुलिस कार्रवाई से नाराज शिक्षकों ने सरधना विधायक अतुल प्रधान से पूरे मामले की शिकायत की। शिक्षक की मौत पर विधायक ने तत्काल डीएम दीपक मीणा और एसएसपी रोहित सजवाण से बातचीत की। उन्होंने कहा कि शिक्षक संघ वाले बैठे हैं। एक शिक्षक की मौत हो गई। उनकी सुनी जाये। उधर, इनके मन में लापरवाही आ गई है बहुत पैसे वैसे का मामला चल रहा है। मैं ये नहीं कहता इन्होंने मार दिया। ये अपना व्यवहार ठीक रखते होते तो ऐसा थोड़े ही होता। लापरवाही तो है ही।
बहुजन शिक्षक संघ के फाउंडर थे मनमोहन सिंह: मनमोहन सिंह ने बहुजन शिक्षक संघ की नींव वर्ष 2007 में रखी थी। शिक्षकों के हितों की रक्षा करने के लिए उन्होंने कई जिलों में संघ को मजबूत कर शिक्षकों का एक संगठन तैयार किया था। वर्ष 2014 में उन्होंने एमएलसी स्नातक चुनाव लड़ा था। वे शिक्षकों के लिए मजबूती से उनके साथ खड़े रहे।
शिक्षक जगत में दौड़ी शोक की लहर: मनमोहन सिंह की मौत की खबर सुनकर सात जिलों के सैकड़ों शिक्षक मेडिकल पर पहुंच गये। शिक्षकों ने उनकी मौत के लिए शिक्षा जगत के लिए अपूर्णीय क्षति बताया है।