- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- आजादी से बाद से आज भी...
आजादी से बाद से आज भी इस गांव के लोग तालाब का पानी पिने पर मजबूर
झांसी: सूखे बुंदेलखंड की प्यास बुझाने के तमाम वायदों और योजनाओं के बीच झांसी के एक गांव के निवासी आज भी पोखरे से पानी भरने को मजबूर हैं. बहुचर्चित योजना हर घर नल से जल योजना का प्रचार तो खूब किया जा रहा है. लेकिन गांव की महिलाएं आज भी लंबी दूरी तय करने के बाद पोखर से पानी भरने जाती हैं. झांसी के मऊरानीपुर के सकरार थाना क्षेत्र के पटपरा खिरक के आदिवासी इलाके में रहने वाली महिलाएं पानी भरने के लिए पोखर तक जाती हैं.
गांव में रहने वाली एक बुजुर्ग महिला राजकुमारी कहती हैं कि, इतने साल हो गए लेकिन आज तक गांव में एक हैंडपंप तक नहीं लगा है. ना पीने के पानी की व्यवस्था है और ना ही बिजली का कोई इंतजाम है. एक अन्य महिला ने बताया कि पानी भरने के लिए गांव की महिलाओं और लड़कियों को पैदल चलकर पोखर तक जाना पड़ता है. सड़क भी कच्ची है. बारिश के दिनों में चलना भी दूभर हो जाता है. गांव के लोगों का दिन का अधिकतर समय पानी भरने में ही खर्च हो जाता है.
मार्च के अंत तक हर गांव में पहुंचेगा पानी: गांव की इस स्थिति पर एडीएम (नमामि गंगे) संजय पांडेय ने कहा कि मऊरानीपुर क्षेत्र में कई योजनाओं पर काम जारी है. दो योजनाएं लगभग तैयार हो चुकी हैं. कुछ गांवों को पानी पहुंचने लगा है. हमारा कोशिश है की मार्च महीने के अंत तक सभी गांव में पानी पहुंचा दिया जाए. हमारा लक्ष्य है कि इस गर्मी के मौसम में झांसी जनपद में पानी की कमी की कोई शिकायत ना आए.