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भूपेंद्र चौधरी के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब संगठन पर होगा पूरा फोकस
लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त हुए प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी सोमवार को लखनऊ पहुंच चुके हैं। राजधानी में पहुंचते ही बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। स्वागत में सीएम योगी के साथ-साथ बड़े पार्टी के नेता भी शामिल हुए। वहीं भूपेंद्र चौधरी ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। वह प्रदेश सरकार में पंचायत राज्य मंत्री का कार्यभार संभाल रहे थे। उन्होंने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री योगी को सौंपा है। इस्तीफा देने के बाद भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि उनके सामने सबसे बड़ी चुनौती आगामी निकाय चुनाव हैं।
अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी: प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह जानकारी साझा कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पद के दायित्व के सम्यक निर्वहन के लिए मंत्री पद से त्यागपत्र दिया है। उन्होंने अपने पहले और दूसरे कार्यकाल में पंचायतीराज मंत्री के रूप में प्रदेश की जनता का सेवा का अवसर प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया है। उन्होंने अनेक अवसरों पर मार्गदर्शन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार जताया। प्रदेश सरकार की ओर से चौधरी का इस्तीफा स्वीकार करने के लिए राज्यपाल को संस्तुति भेजी गई।
कौन हैं भूपेंद्र चौधरी: भूपेंद्र चौधरी यूपी की योगी आदित्यनाथ कैबिनेट में पंचायतराज मंत्री रहे चुके है। पिछले कार्यकाल में भी वह इसी विभाग को संभाल रहे थे। वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के ठीक बाद विधान परिषद के सदस्य चुने गए थे। वयोवृद्ध हृदय नारायण दीक्षित की खाली हुई सीट पर भूपेंद्र चौधरी का चुनाव हुआ था। फिर वह उत्तर प्रदेश सरकार में पंचायतराज मंत्री बने। चौधरी जाट समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। वह मुरादाबाद में छजलेट खंड विकास क्षेत्र के गांव महेन्द्री सिकंदरपुर के निवासी हैं। लंबे अरसे से भारतीय जनता पार्टी में राजनीति कर रहे हैं। भूपेंद्र चौधरी को संगठन का माहिर माना जाता है।
तीन बार वेस्ट यूपी बीजेपी के अध्यक्ष रहे: भूपेंद्र चौधरी को भारतीय जनता पार्टी के संगठन में काम करने का लंबा अनुभव है। वह तीन बार पश्चिम उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष रहे हैं। उन्होंने वेस्ट यूपी भाजपा की कमान साल 2012 में संभाली थी। पहले उन्हें क्षेत्रीय संयोजक नियुक्त किया गया था। इसके बाद पार्टी ने नियमित करते हुए दो बार लगातार क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाया था। वह 2017 तक वेस्ट यूपी बीजेपी की कमान संभाले रहे। इसी दौरान 2014 का लोकसभा चुनाव और फिर 2017 का विधानसभा चुनाव पार्टी ने लड़ा था। जिसमें पश्चिम उत्तर प्रदेश में भाजपा को ऐतिहासिक कामयाबी मिली थी।