उत्तर प्रदेश

आजादी के 75 साल बाद अंधेरे के 'गुलाम' हैं एटा के इस गांव के लोग, जगी है उम्मीद की किरण

Bhumika Sahu
15 Aug 2022 4:02 AM GMT
आजादी के 75 साल बाद अंधेरे के गुलाम हैं एटा के इस गांव के लोग, जगी है उम्मीद की किरण
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जगी है उम्मीद की किरण

एटा. देश को आजाद हुए 75 साल हो गए हैं. पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. हर घर पर तिरंगा लहरा रहा है. पूरा राष्ट्र इसे बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मना रहा है लेकिन यूपी के एटा जिले के घड़ी रोशन ग्राम पंचायत नगला धीपा के लोग अब भी अंधेरे के गुलाम हैं. आजादी के इतने वर्षों के बाद भी यहां अभी तक बिजली आपूर्ति नहीं हो पाई है. जिसके चलते लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं. हालांकि मीडिया रिपोर्ट की मानें तो एक छोटी सी आशा की किरण जगी है. और अगले 2 महीने में यहां बिजली कनेक्शन दिए जा सकते हैं.

गांव की स्थिति की बात करें तो गांव निवासी सोनी सिंह का कहना है कि आखिरी प्रधानमंत्री राजीव गांधी को टीवी में लाल किले पर तिरंगा फहराते देखा था. बाद में शादी हुई और यहां शिफ्ट हो गए. उन्होंने बताया कि 30 साल से अधिक समय से यहां रह रहे हैं. बिजली नहीं होने के चलते टीवी पर कोई समारोह नहीं देखा है. 700 लोगों की आबादी वाले इस गांव में करीब 100 घर बिना बिजली बल्ब के हैं. निवासियों का कहना है कि वह अपने मोबाइल फोन चार्ज करने के लिए 2 किलोमीटर दूर बसे इस शहर की यात्रा करने को मजबूर हैं.
गांव के दयाशंकर का कहना है कि महिलाओं को सूर्यास्त से पहले रात का खाना तैयार करना होता है. पिछले कई दशकों से हैं बिजली आपूर्ति के लिए जनप्रतिनिधियों अधिकारियों के चक्कर गांव के लोग लगा रहे हैं लेकिन सरकारें बदल गई लेकिन किसी ने कोई सुनवाई नहीं की. दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के मैनेजिंग डायरेक्टर अमित किशोर का कहना है कि नगला दीपा गांव सेंट्रल गवर्नमेंट की सौभाग्य स्कीम के थर्ड फेज में है. कहा कि अगले 2 से 3 महीने के अंदर यहां पर बिजली सप्लाई शुरू हो जाएगी.


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