उत्तर प्रदेश

अधिवक्ता ने खुद को मारी गोली, मामले की जांच में जुटी पुलिस

Shantanu Roy
10 July 2022 2:17 PM GMT
अधिवक्ता ने खुद को मारी गोली, मामले की जांच में जुटी पुलिस
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बड़ी खबर

गाजियाबाद। गाजियाबाद में रविवार सुबह अधिवक्ता आशीष त्यागी ने लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। पूरा परिवार गांव गया हुआ था, आज सुबह लौटा तो उन्हें घर के अंदर लाश पड़ी मिली। प्राथमिक जांच में पता चला है कि दो दिन पहले एक सगाई समारोह में अधिवक्ता की कार कुछ अन्य लड़कों की कार से टकरा गई थी। इस पर उन लड़कों ने अधिवक्ता की कार और ज्वैलरी छीन ली। मरम्मत के डेढ़ लाख रुपए देने पर ही कार लौटाने की बात कही। आरोप है कि इससे प्रताड़ित होकर युवा अधिवक्ता ने खुदकुशी कर ली। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी है।

राजनगर सेक्टर-23 का मामला
कविनगर सीओ अवनीश कुमार के अनुसार, रविवार सुबह थाना कविनगर पर एक सूचना प्राप्त हुई कि राजनगर सेक्टर-23 में किसी व्यक्ति ने सुसाइड कर लिया है। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक की शिनाख्त 27 वर्षीय आशीष त्यागी पुत्र राकेश त्यागी के रूप में हुई। वह पेशे से अधिवक्ता थे। घटनास्थल पर लाइसेंसी पिस्टल और कारतूस का खाली खोखा पड़ा हुआ था। एक गोली सिर में लगी हुई थी। प्रथम दृष्टया पुलिस को यह आत्महत्या का मामला लग रहा है। पुलिस की फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल का मुआयना किया और सुबूत एकत्र किए।
खिड़की की जाली तोड़कर अंदर घुसे परिजन
परिवार ने पुलिस को बताया कि वह शनिवार को अपने पैतृक गांव गए हुए थे। रविवार सुबह आए तो घर का दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार आवाज देने के बावजूद जब गेट नहीं खुला तो परिजनों को शंका हुई। उन्होंने खिड़की की जाली जैसे-तैसे तोड़ी और अंदर दाखिल हुए। देखा तो बेडरूम में आशीष की खून से लथपथ लाश पड़ी हुई थी। पुलिस ने बताया कि बाहर से किसी अन्य व्यक्ति के घुसने की संभावनाएं नहीं लग रहीं, क्योंकि घर पूरी तरह अंदर से बंद था। जो लाइसेंसी पिस्टल है, वह मृतक के पिता राकेश त्यागी के नाम पर थी।
सगाई समारोह में हुआ था विवाद
मृतक के पिता राकेश त्यागी ने बताया कि आशीष 8 जुलाई की सुबह एक सगाई समारोह में कार लेकर गया था। वहां उसकी कार की साइड दूसरी कार से लग गई। इस पर वहां कुछ विवाद और झगड़ा हुआ। दूसरे पक्ष ने आशीष की कार, अंगूठी, ब्रेसलेट छीन लिया। आशीष से कहा कि वह डेढ़ लाख रुपए दे, तभी सामान वापस मिलेगा। आशीष के दोस्तों ने बताया कि वह उन्हें शनिवार रात 2 बजे घर पर छोड़कर गए थे।
फोन नहीं उठने पर पहुंचे दोस्त तो मिली लाश
रविवार सुबह पिता राकेश त्यागी ने आशीष को फोन किया, लेकिन कॉल रिसीव नहीं हुई। इसके बाद पिता राकेश ने आशीष के दोस्तों को फोन किया तो वे घर पर आए और इस घटना की जानकारी हुई। पीड़ित पिता ने कहा कि यह सुसाइड नहीं, मर्डर है। मेरे बेटे को इतना टॉर्चर किया गया कि उसने गोली मार ली। उन्होंने शास्त्रीनगर के संजय राठी, अन्नू, मोंटू, नोनू पर आरोप लगाया है। पुलिस का कहना है कि हम मामले में विस्तृत जांच कर रहे हैं।
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