उत्तर प्रदेश

प्रशासन ने किए पुख्ता इंतजाम प्रदेश भर में कांवड़ यात्रा की तैयारी पूरी

Admin4
17 July 2022 6:57 PM GMT
प्रशासन ने किए पुख्ता इंतजाम प्रदेश भर में कांवड़ यात्रा की तैयारी पूरी
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मुजफ्फरनगरः भोलेनाथ का प्रिय महीना सावन शुरू होते ही प्रदेश भर में शिवभक्त कांवड़ियां लेकर चल दिए हैं. धूप और बारिश की परवाह किए बिना ही यह कांवड़िये अपनी मंजिल की तरफ बढ़े जा रहे हैं. नीलकंठ हरिद्वार से गंगाजल लेकर शिवालयों की और जाने वाले शिवभक्त कावड़ियों के कदम बढ़ने लगे हैं. कांवड़ यात्रा को देखते हुए शिवभक्तों की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए हैं.हरिद्वार से गंगाजल लेकर शिवालयों की ओर जाने वाले मध्य प्रदेश व राजस्थान के शिवभक्त कांवड़ियों के कदम तेजी से बढ़ रहे हैं. लंबी दूरी के ये कांवड़िये जत्थों के रूप में चल रहे हैं. बम-बम भोले व हर-हर महादेव के जयकारों से कांवड़ यात्रा मार्ग गुंजायमान हो रहा है. कांवड़ यात्रा को लेकर प्रशासन अलर्ट है. व्यवस्था को दुरुस्त करने में अधिकारी लगे हुए हैं. मुजफ्फरनगर शहर व जनपद के दो कंट्रोल रूम शुरू हो गए हैं. जैसे-जैसे शिवरात्रि नजदीक आती जा रही है, कांवड़ियों की संख्या और उनके कदम भी तेजी से आगे की ओर बढ़ते जा रहे हैं.राजस्थान व मध्य प्रदेश के कांवड़िये कांवड़ गंगनहर पटरी मार्ग व नेशनल हाईवे से तेजी से शिवालयों की ओर बढ़ रहे हैं. कांवड़ियों की सेवा के लिए शिविरों के खुलने का क्रम भी शुरू हो गया है. क्रांति सेना के शिविर में कांवड़ियों के लिए 24 घंटे चाय, नाश्ता, खाना, पानी, चिकित्सा, ठहरने, स्नान करने आदि की व्यवस्था है. मुजफ्फरनगर की हृदयस्थली कहे जाने वाले शिवचौक पर शहर का कंट्रोल रूम बना है. जनपद के लिए दूसरा कंट्रोल रूम कलक्ट्रेट में बना है.

एडीजी ने कंट्रोल रूम में तैनात पुलिस अधिकारियों को 24 घंटे सतर्क रहने, किसी भी कांवड़िये की तबीयत खराब होने पर उसे तत्काल सहायता उपलब्ध कराने के आदेश दिए हैं. दिन में चिलचिलाती धूप में निकलने से कांवड़ियों को परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है. इसलिए सुबह-शाम कांवड़ियों की संख्या बढ़ रही है.कांवड़ शिविर का शुभारंभ: गंग नहर कांवड़ पटरी पर मध्यप्रदेश के ग्वालियर, उज्जैन, शिवपुरी, मंदसौर, सतना, राजगढ आदि जनपदों को जाने वाले हजारों शिवभक्तों की अनेक टोलियां बोल-बम का जयकारा लगाते हुए आगे बढ़ रहीं है.राम नगरी अयोध्या में श्रद्धालुओं की भीड़

अयोध्या में शुरू हुए सावन झूला मेले को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था बेहद मुस्तैद कर दी गई है. सावन के पहले सोमवार के मौके पर अयोध्या में उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए एसएसपी अयोध्या ने पुलिस टीम को सतर्क किया है. रविवार को रूट मार्च के जरिए आम जनमानस को सुरक्षा और सतर्कता का भरोसा दिलाया गया. वहीं, पूरे मेला क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे से नजर रखी जा रही है.हर साल सावन के महीने में अयोध्या के प्रसिद्ध नागेश्वर नाथ और छीरेश्वर नाथ महादेव मंदिर में जल चढ़ाने के लिए लाखों की संख्या में शिवभक्त अयोध्या पहुंचते हैं. हालांकि बीते 2 वर्षों से कोरोना संक्रमण काल होने के कारण इन आयोजनों पर प्रतिबंधों का साया रहा. इस बार जब प्रतिबंध समाप्त हुए तो धर्म नगरी अयोध्या में आस्था का ज्वार उमड़ता हुआ दिखाई दे रहा है. सावन के पहले सोमवार के 1 दिन पहले से ही धर्म नगरी अयोध्या के राम की पैड़ी क्षेत्र से लेकर सरयू तट तक श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई दे रही है जिसको देखते हुए सुरक्षा महकमा बेहद अलर्ट है.

बागपत में कांवड़ यात्रा को लेकर पुलिस अलर्ट

कांवड़ मेले की तैयारी को लेकर बागपत पुलिस अलर्ट पर है. इसी को मद्देनजर रखते हुए रविवार को एसपी नीरज कुमार ने कावड़ रूट का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. एसपी ने बताया कि जनपद से गुजरने वाले कांवड़ियों को तमाम सुविधाएं दी जाएंगी. ड्रोन कैमरा और सीसीटीवी कैमरा लगाकर कांवड़ियों की सुरक्षा का इन्तजाम किया गया है. साथ ही सड़कों पर बैरिकेडिंग, पुलिस चौकी और एंबुलेंस व उपचार की पर्याप्त व्यवस्था की गई है.

उन्होंने बताया कि जहां-जहां चौकी, मेडिकल और भंडारे की व्यवस्था होनी है, वहां उनका चिन्हीकरण करवा दिया गया है. फिलहाल कांवड़ तैयारी को लेकर बागपत पुलिस पूरी तरह से अलर्ट है और किसी तरह की कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ना चाहती.

लखीमपुर में सावन मेले के चलते 13 विद्यालय रहेंगे बंद

लखीमपुर खीरी में सावन मेले में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बीएसए डॉक्टर लक्ष्मीकांत पाण्डेय ने एक आदेश जारी किया है. इस आदेश में गोला गोकर्णनाथ शिव मंदिर में सावन मेले का जिक्र है. आदेश में कहा गया है कि गोला में सावन मेले में अत्यधिक भीड़ होने से गोला और उसके आसपास के 13 विद्यालय सावन के सभी सोमवारों को बन्द रहेंगे. इन 13 विद्यालयों में तैनात शिक्षक/शिक्षिकाएं कांवड़ मेले में भीड़ की व्यवस्था देखेंगे. आदेश में शिक्षकों-शिक्षिकाओं के मोबाइल नंबर समेत ड्यूटी प्वाइंट भी चिन्हित किए गए हैं.कहा गया है कि सावन के सोमवार को शिक्षक शिक्षिकाएं और शिक्षणेत्तर कर्मी कालम आठ में दर्शाए गए स्थानों पर सुबह सात से दोपहर एक बजे तक मौजूद रहकर श्रद्धालुओं की सहायता करेंगे. इन शिक्षिकाओं की ड्यूटी कलेशनाथ मन्दिर, शिव मंदिर, भूतनाथ मन्दिर, मिल चौराहा पर भी लगाई गई है.

बीएसए के इस आदेश के बाद शिक्षक संगठन ने आवाज उठाई है. नाम न छापने की शर्त पर एक महिला शिक्षिका ने कहा कि पहली बात तो ये आदेश हास्यास्पद है. दूसरी बात हम महिला शिक्षिकाओं की निजता का भी इस आदेश में उल्लंघन किया गया है. हमारे मोबाइल नंबर अब सोशल मीडिया पर आदेश के जरिए वायरल हो रहे है. बात ड्यूटी की नहीं बात सम्मान की है. आदेश पर हंगामा होने पर बीएसए डॉक्टर लक्ष्मीकांत पाण्डेय ने अपना वक्तव्य जारी किया है. ईटीवी भारत को बीएसए ने बताया कि 'गोला मंदिर परिसर के पास स्थित सोमवार को बंद रहने वाले विद्यालयों के शिक्षकों की वालेंटियर के रूप में ड्यूटी स्वैच्छिक रहेगी.

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