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नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश की रायबरेली सदर सीट से बीजेपी की विधायक अदिति सिंह के पति अंगद सिंह घर वापसी कर गए हैं. पंजाब के नवांशहर के पूर्व विधायक अंगद सिंह एक बार फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई. ऐसे में सवाल उठता है कि तीन महीने में ही आखिर क्यों अदिति सिंह के पति कांग्रेस में वापसी कर गए?
अदिति सिंह 2022 चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गई थीं, जिसके चलते उनके पति अंगद सिंह का कांग्रेस ने पंजाब की नवांशहर सीट से टिकट काट दिया था. ऐसे में अंगद सिंह निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरे, लेकिन जीत नहीं सके. वहीं, अदिति सिंह यूपी की रायबरेली सदर सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़कर दूसरी बार विधायक बनीं. इसके बावजूद अंगद सिंह कांग्रेस में वापसी कर गए.
पूर्व विधायक अंगद सिंह पंजाब के नवांशहर कौंसिल अध्यक्ष, जिला परिषद अध्यक्ष और सदस्यों व अन्य समर्थकों के साथ कांग्रेस में शामिल हो गए. इस दौरान अमरिंदर राजा के अलावा पंजाब कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष भारत भूषण आशु और कैप्टन संदीप संधू भी मौजूद रहे. अमरिंदर सिंह राजा ने ट्वीट कर लिखा, 'मैं और भारत भूषण आशु ने अंगद सैनी का दोबारा कांग्रेस में स्वागत करने नवांशहर में उनके घर पहुंचे. प्रत्येक कांग्रेस पार्टी कार्यकर्ता को उचित मान-सम्मान देने में कमी नहीं रखी जाएगी.
बता दें कि अदिति सिंह ने साल 2019 में पंजाब से कांग्रेस विधायक अंगद सिंह सैनी से शादी की थी. अदिति सिंह और अंगद सिंह ने साल 2017 में राजनीति में कदम रखा था और दोनों पहली बार कांग्रेस से टिकट पर विधायक बने थे. अदिति सिंह जहां रायबरेली सदर सीट से जीती थी तो अंगद सिंह पंजाब के नवांशहर सीट से विधायक चुने गए थे. अदिति सिंह ने 2022 के चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस छोड़ दिया था और गांधी परिवार पर जमकर हमले किए थे.
अंगद सिंह के समर्थक सरपंचों, पदाधिकारियों ने पत्र लिखकर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से मांग भी की थी कि बेशक अदिति सिंह उत्तर प्रदेश में भाजपा में शामिल हो गई हैं लेकिन पंजाब में नवांशहर विधानसभा क्षेत्र से टिकट इस बार फिर से अंगद सिंह को दें. लेकिन, कांग्रेस ने अदिति के पति अंगद सिंह का पंजाब से टिकट काट दिया था.
पंजाब विधानसभा चुनाव में टिकट काटे जाने के बाद अंगद सिंह ने आरोप लगाया था कि टिकट के बदले पार्टी उन पर पत्नी अदिति के खिलाफ सोशल मीडिया पर लिखने का दबाव बना रही थी. ऐसे में उन्होंने जब पत्नी के खिलाफ बोलने से इनकार कर दिया तो पार्टी ने उनका टिकट काट दिया. साथ ही अदिति सिंह ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी पर जानबूझकर उनके पति को परेशान करने का आरोप लगाया था.
2022 के चुनाव में अदिति सिंह ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा वहीं पति अंगद सिंह निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतरे थे. अदिति सिंह बीजेपी विधायक बने तो नवांशहर में अंगद सिंह बुरी तरह हार गए. अंगद सिंह के निर्दलीय चुनावी मैदान में उतरने से न तो खुद जीते और न ही कांग्रेस प्रत्याशी को जीत मिली. इस तरह बाजी बसपा प्रत्याशी डा. नछित्तर पाल के हाथ लगी, जो पंजाब में पार्टी के एकलौते विधायक हैं.
अंगद सिंह ने कांग्रेस से बगावत की थी, लेकिन बीजेपी और आम आदमी पार्टी में शामिल नहीं हुए. निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे थे. पंजाब चुनाव के बाद कांग्रेस की कमान अमरिंदर सिंह राजा को मिली है, जिनके साथ अंगद सिंह के रिश्ते बेहतर रहे हैं. ऐसे में अमरिंदर सिंह राजा एक तरह से पार्टी को मजबूत करने की मुहिम में लगे हैं तो अंगद सिंह भी अपने सियासी भविष्य को सुरक्षित करने के लिए कांग्रेस में घर वापसी कर गए हैं.
jantaserishta.com
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