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42 ध्वस्त मकान दोबारा बनवाने वाले लडीए इंजीनियरों के खिलाफ होगी कार्रवाई
लखनऊ: बीकेटी के अस्ती में ध्वस्त कराए गए 42 अवैध मकानों को दोबारा बनवाने वाले एलडीए इंजीनियरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की तैयारी है.
इन इंजीनियरों के खिलाफ शासन को कार्रवाई की रिपोर्ट भेजी जाएगी. एलडीए उपाध्यक्ष डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी के निर्देश पर अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने स्थल का निरीक्षण किया. निरीक्षण में गिराए गए सभी मकान मौके पर बने मिले हैं. एलडीए के इस क्षेत्र के इंजीनियरों व कर्मचारियों की मिलीभगत से ही बिल्डर ने ध्वस्तीकरण के करीब 69 दिन बाद इन मकानों का दोबारा बना लिया है. अपर सचिव की रिपोर्ट को वीसी के पास पहुंच जाएगी. इसके बाद शासन भेजी जाएगी. एलडीए के इंजीनियरों ने अवैध मकानों के निर्माण में बड़ा खेल किया है. जिन मकानों को प्राधिकरण ने खुद लाखों रुपए खर्च कर ध्वस्त कराया था उसे इंजीनियरों की मदद से बिल्डरों ने दोबारा बनवा दिया. एलडीए के अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा तथा तत्कालीन जोनल अधिकारी संजय जिंदल ने खुद खड़े होकर 29 जनवरी को मकानों को ध्वस्त कराया था. यह 42 मकान बिना ले आउट व नक्शा पास कराए बनाए गए थे. अपर सचिव ने रिपोर्ट में लिखा है कि प्राधिकरण के कर्मचारियों व इंजीनियरों की मिली भगत से दोबारा निर्माण हुआ है. रिपोर्ट में किसी इंजीनियर, कर्मचारी का नाम नहीं लिखा है लेकिन विभागीय कार्यवाही की संस्तुति की है. इससे क्षेत्र में तैनात इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई होगी. अपर सचिव ज्ञानेन्द्र वर्मा ने बताया कि वह देखने गए थे. सभी 42 मकान बिल्डर ने दोबारा बना लिए हैं. रंगाई पुताई भी करा ली है.
कई और बड़े अवैध निर्माण चिन्हित किए गए: अपर सचिव ने सहायक अभियन्ता एनएन चौबे तथा अवर अभियन्ता सुभाष शर्मा के क्षेत्र में कई और अवैध निर्माण चिन्हित किए हैं. कहा जा रहा कि इन्हीं की शह पर ही यहां भी अवैध निर्माण हुए हैं. कई बड़े काम्प्लेक्स भी बनाए जा रहे हैं. इनकी अलग से रिपोर्ट तैयार करायी जा रही है. जानकीपुरम में भी काफी बड़ा काम्प्लेक्स बनकर तैयार हो गया है. महानगर में भी एक बिल्डर का बड़ा काम्प्लेक्स बन गया है. इन इंजीनियरों ने निर्माण रुकवाया और न ध्वस्त कराया.