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मोबाइल, नशेड़ी चालकों पर हो कार्रवाई: आयुक्त सेल्वा कुमारी जे.
मेरठ: शुक्रवार को आयुक्त सभागार में आयुक्त सेल्वा कुमारी जे. और आईजी प्रवीण कुमार ने मंडल स्तरीय सड़क सुरक्षा समिति की बैठक ली। बैठक में आयुक्त ने निर्देशित किया कि विद्यालयों में विद्यालय परिवहन सुरक्षा समिति का आवश्यक रूप से गठन कर पूरे मंडल में एक दिन निश्चित कर उसकी नियमित बैठकों का आयोजन किया जाए। साथ ही समस्त जनपद के विद्यालयों, महाविद्यालयों में प्रार्थना के समय फर्स्ट ऐड की सूचना का व्यापक प्रचार प्रसार किया जाए। इस संबंध में शिक्षकों को प्रशिक्षित करने पर बल दिया गया। यातायात प्रबंधन के दृष्टिगत ई-रिक्शा के विनियमन एवं संचालन पर सुधारात्मक कार्यवाही के लिए विचार-विमर्श किया गया।
आयुक्त ने परिवहन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि ओवर स्पीडिंग, ओवर लोडिंग, मोबाइल का प्रयोग करते हुए और नशे की हालत में वाहन चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। चीनी मिलों में पेराई सत्र को दृष्टिगत रखते हुए किसानों की ओर से प्रयोग में लाए जा रहे गन्ना वाहनों में रिफ्लेक्टर लगाए जाने के निर्देश भी दिए गए। पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार ने कहा कि ब्लैक स्पॉट को चिन्हित कर वहां हो रही दुर्घटनाओ के कारणो का पता लगाया जाए, तथा उसका समाधान किया जाए। सर्दी के समय में कोहरे के दृष्टिगत गंगनहर पटरी पर दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रिफ्लेक्टर, सचेतक लगाए जाएं। उन्होने अधिकारियों कोे ब्लैक स्पॉट का निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि हाईवे पर गाड़ी खराब होने की दशा में हेल्पलाइन नंबर का प्रचार प्रसार किया जाए।
इसके अतिरिक्त बैठक में सड़क दुर्घटना में मृतक एवं घायल व्यक्तियों को सहायता राशि की समीक्षा, राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण एवं सीएक्यूएम द्वारा निर्धारित बिन्दुओं पर प्रवर्तन कार्रवाई तथा एनसीआर में वायु प्रदूषण के दृष्टिगत सघन प्रवर्तन कार्रवाई किए जाने के संबंध में विस्तृत रूप से चर्चा की गई। इस अवसर पर संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) गाजियाबाद सहित मंडल के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
परिचालकों से रुपये मांगने के आरोप की जांच एआरएम वित्त को सौंपी: अगस्त माह में बिना टिकट मामले में हटाए गए दो परिचालकों ने सिटी बस का संचालन देख रहे एआरएम पर 25-25 हजार रुपये रिश्वत मांगने की शिकायत प्रदेश मुख्यालय स्तर तक की है। इस प्रकरण की जांच एआरएम वित्त को सौंपी गई है। आयुक्त से लेकर प्रदेश मुख्यालय तक की गई शिकायत में सिटी बस के परिचालक रोहित कुमार और गजराज सिंह ने कहा है कि तकनीकी खराबी और अन्य कारणों से वे कुछ यात्रियों के टिकट नहीं बना पाए,
इसी दौरान टीआई स्तर पर बस की चेकिंग के दौरान उनकी डब्ल्यूटी लिखकर एआरएम संचालन को रिपोर्ट कर दी गई। दोनों ने अलग-अलग शिकायती पत्र में एआरएम पर कोरे कागजों पर हस्ताक्षर कराने और ड्यूटी देने के नाम पर 25-25 हजार रुपये की मांग करने का आरोप लगाया।
इस संबंध में छह दिन पहले आयुक्त सेल्वा कुमारी जे. ने लोहियानगर चार्जिंग स्टेशन जाकर दोनों परिचालकों के बयान भी लिए थे। इस बीच मुख्यालय स्तर से भी प्रकरण की जांच के आदेश आरएम कार्यालय पहुंचे। जिसके आधार पर आरएम केके शर्मा ने यह जांच एआरएम वित्त मुकेश अग्रवाल को सौंप दी है। जिन्होंने दोनों परिचालकों के साथ-साथ संबंधित एआरएम को भी अपना पक्ष रखने के आदेश जारी किए हैं।