- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- दूसरे समुदाय के युवक...
बरेली: गांव ट्यूलिया में समुदाय विशेष के लड़के ने छात्रा को बदनाम किया तो उसके घरवालों ने आरोपी की पिटाई कर दी. इसके बाद दोनों समुदाय के लोग सामने आ गए और हंगामा हुआ. इसी दौरान किसी ने पथराव कर समुदाय विशेष के धर्मस्थल के शीशे तोड़ दिए. आरोपी पक्ष के लोगों ने घर में तोड़फोड़ का भी आरोप लगाया है. गांव में फोर्स तैनात की गई है.
छात्रा के परिजनों ने बताया कि गांव में रहने वाले समुदाय विशेष के एक युवक से कुछ महीने पहले वीडियो कॉल पर उसकी बात हुई थी. इसके बाद से आरोपी गांव में छात्रा का वीडियो दिखाकर बदनाम करता घूम रहा था. उन लोगों ने कई बार समझाया लेकिन वह नहीं माना, जिससे वह तनाव में रहने लगी थी. रात कुछ लोगों को वीडियो दिखाया तो उन लोगों को सूचना मिली. इसके बाद जब छात्रा कहीं से आ रही थी तो आरोपी ने अपने साथियों के साथ छेड़छाड़ की. वे लोग आरोपी के घर शिकायत लेकर गए तो गाली-गलौज व मारपीट कर उन पर पथराव कर दिया. बताया जाता है कि इसके बाद ही लड़की पक्ष ने आरोपी के घर में घुसकर उसे पकड़ लिया और पीटने लगे. इस पर दोनों समुदायों के लोग सामने आ गए और वहां हंगामा होने लगा. आरोपी पक्ष का कहना है कि लड़की पक्ष के लोगों ने उनके घर में भी तोड़फोड़ की. इसी दौरान किसी ने दो-तीन पत्थर भी फेंक दिए, जिससे समुदाय विशेष के धर्मस्थल का एक शीशा टूट गया. इसके बाद माहौल और गर्म हो गया. इसी बीच किसी ने यूपी 112 को सूचना दी तो मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने तत्काल धर्मस्थल का शीशा सही करा दिया.
चार थानों की पुलिस पहुंची ट्यूलिया में बवाल की सूचना पर सीओ मीरगंज हर्ष मोदी के साथ ही मीरगंज, फतेहगंज पश्चिमी, शाही और सीबीगंज थाने की पुलिस पहुंच गई. पुलिस ने लोगों को समझाकर दोनों पक्षों से बात करके घटना की जानकारी ली.
सात स्थानों पर तैनात की गई फोर्स इस घटना के बाद से गांव का माहौल तनावपूर्ण है. दोनों समुदाय के धर्मस्थल, दोनों पक्षों के घर और गांव के प्रमुख चौराहों समेत सात स्थानों पर पुलिस लगाई गई है.
साल भर सुलग रही थी चिंगारी आरोपी पक्ष का कहना है कि छात्रा और आरोपी पहले साथ मंप पढ़ते थे. साल भर पहले दोनों में बात होती थी. लड़की के घरवालों ने उससे बात करने से मना किया था. इस बारे में जब उन लोगों से लड़की पक्ष ने शिकायत की तो तीन महीने पहले उसे गांव से बाहर भेज दिया गया. तब से वह बाहर ही था.