उत्तर प्रदेश

पुलिस ​कमिश्नरेट में तैनात एक महिला कांस्टेबिल ने नौकरी दिलाने के नाम पर किया फर्जीवाडा

Admin Delhi 1
28 Feb 2023 12:27 PM GMT
पुलिस ​कमिश्नरेट में तैनात एक महिला कांस्टेबिल ने नौकरी दिलाने के नाम पर किया फर्जीवाडा
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क्राइम न्यूज़: गाजियाबाद पुलिस ​कमिश्नरेट में तैनात एक महिला कांस्टेबिल का ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसे सुनकर आप हैरान हो जाएंगे। महिला कांस्टेबिल ने अपने भाई के साथ मिलकर एक व्यक्ति को एक कंपनी के मैनेजर का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमाकर पांच लाख रूपये ठग लिए। गाजियाबाद सीजीएम कोर्ट के आदेश पर महिला कांस्टेबिल और उसके भाई के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।

गाजियाबाद की सीजीएम कोर्ट ने यूपी पुलिस के कांस्टेबल प्रीति पंवार और उसके भाई अंकित पंवार के विरुद्ध परिवाद (शिकायत) दर्ज कर लिया है। दोनों पर एक व्यक्ति को नौकरी दिलाने के नाम पर 5 लाख रुपये ठगने का आरोप है। पीड़ित को इन्होंने मैनेजर पद का फर्जी नियुक्ति पत्र भी भिजवा दिया। पीड़ित जब मैनेजर बनकर जॉइन करने पहुंचा तो वहां पर कोई कंपनी ही नहीं मिली। कोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई अब 23 मार्च को होगी।

कविनगर थाना क्षेत्र में गोविंदपुरम निवासी गौरव त्यागी के मुताबिक, पिछले साल उन्हें नौकरी की तलाश थी। इस दौरान अंकित पंवार से मुलाकात हुई। अंकित पंवार ने गौरव को बताया कि उनकी बहन प्रीति पवार यूपी पुलिस में कांस्टेबल है और वो नौकरी लगवा सकती है। 2 जनवरी 2022 को अंकित, गौरव को अपने घर ले गया। यहां कांस्टेबल प्रीति मौजूद मिली। प्रीति ने अपने कई पुलिस अफसरों से अच्छे संबंध होना बताए। इतना ही नहीं, उसने फेसबुक पर अपने कई मंत्रियों-अधिकारियों संग फोटो दिखाए। इसके बाद गौरव त्यागी को यकीन हो गया।

महिला कांस्टेबिल प्रीति ने झांसा दिया कि मिजवाइट टैक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड में उसकी जान पहचान है। और 5 डायरेक्टर से बोलकर वो 5 लाख रुपए में मैनेजर पद पर जॉब दिला देगी। गौरव त्यागी ने 5 जनवरी 2022 को 5 लाख रुपए दे दिए। 1 जुलाई 2022 को गौरव के घर पर ज्वाइनिंग लेटर आया, जिसमें उन्हें मार्केटिंग मैनेजर की जॉब मिलना लिखा हुआ था। 27 जुलाई 2022 को गौरव जब कंपनी जॉइन करने बताए गए एड्रेस पर पहुंचे तो वहां कोई कंपनी ही नहीं थी।

गौरव ने बताया कि वे अपने रुपए मांगने 5 जनवरी 2023 को कांस्टेबल प्रीति के घर गए। आरोप है कि महिला कांस्टेबल ने दोबारा रुपए मांगने या घर आने पर उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी। गौरव ने इसकी शिकायत थाना कविनगर में की। कोई सुनवाई नहीं होने पर 156(3) में गाजियाबाद की सीजेएम कोर्ट में वाद दायर किया। इस पर सीजेएम विभांशु सुधीर ने सुनवाई करते हुए परिवाद के रूप में शिकायत दर्ज करने का आदेश दिया है। साथ ही पीड़ित गौरव त्यागी को बयान के लिए 23 मार्च को बुलाया है।

विवाद से पुराना नाता

महिला कांस्टेबल प्रीति पंवार फिलहाल हापुड़ जिले की पुलिस लाइन में तैनात है। इससे पहले वो गाजियाबाद में पोस्टेड रही है। 13 अप्रैल 2022 को गाजियाबाद के तत्कालीन एसएसपी मुनीराज ने एक लेटर मेरठ रेंज आईजी को भेजा था। इसमें उन्होंने प्रीति पंवार, उसके पति कांस्टेबल मोहित समेत दो अन्य कांस्टेबलों का मेरठ रेंज से बाहर अलग-अलग जिलों में ट्रांसफर करने की सिफारिश की थी। लेकिन रेंज से बाहर भेजने की बजाय प्रीति पंवार को गाजियाबाद से सटे जनपद हापुड़ में भेज दिया गया।

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