उत्तर प्रदेश

जीएलए विवि के भौतिक विज्ञान विभाग में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित की गई

Admindelhi1
1 March 2024 10:06 AM GMT
जीएलए विवि के भौतिक विज्ञान विभाग में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित की गई
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सेमिनार में वैज्ञानिकों ने बताए भौतिकी के गुर

मेरठ: जीएलए विवि के भौतिक विज्ञान विभाग में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित की गई. सेमिनार में ताइवान, साउथ अफ्रीका एवं कई देशों के शोधार्थी एवं वैज्ञानिकों ने विद्यार्थियों को भौतिकी गुर बताये तथा कई परीक्षणों के माध्यम से न्यूक्लियर एवं हाई एनर्जी फिजिक्स पर भी चर्चा की.

सेमिनार के मुख्य अतिथि दिल्ली के नेताजी सुभाश चन्द्र तकनीकी विवि के प्रोफेसर डा. नंदलाल सिंह ने न्यूक्लियर डाटा फॉर रिएक्टर एंड एस्ट्रोफिजिकल इंपलीकेशन्स‘ नामक शीर्शक पर व्याख्यान प्रस्तुत किया. प्रोफेसर नंदलाल ने बताया कि न्यूक्लियर डाटा जोकि न्यूक्लियर रिएक्टर से प्राप्त होता है, इसका प्रयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जिनमें एस्ट्रोफिजिक्स, न्यूक्लियर ऊर्जा, न्यूक्लियर सेफ्टी आदि मुख्य हैं. ताइवान के वैज्ञानिक प्रो. एचटी वॉग ने कहा कि भौतिकी प्राकृतिक विज्ञान की वह शाखा है, जिसमें द्रव्य तथा ऊर्जा और उसकी परस्पर क्रियाओं का अध्ययन होता है. भौतिकी प्राकृतिक जगत का मूल विज्ञान है, क्योंकि विज्ञान की अन्य शाखाओं का विकास भौतिकी के ज्ञान पर बहुत हद तक निर्भर करता है.

सेमिनार में भौतिकी विषय के विविध क्षेत्रों जैसे कन्डेंस मेटर, न्यूक्लियर फिजिक्स, सेस्मोइलेक्ट्रोमैगनेटिक्स एंड एटमोस्फेरिक विज्ञान एवं मेडिकल फिजिक्स जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर 70 से अधिक शोध पत्रों को सम्मिलत किया गया. इस दौरान साउथ अफ्रीका से प्रो. मदन सिंह, शिवनादर यूनिवर्सिटी नोएडा से प्रो. आलोक कंजीलाल, आईआईटी पटना से नेहा शाह, बीएचयू वाराणसी से प्रो. संजय सिवाच, राजधानी कॉलेज नई दिल्ली से डा. कृष्ण गोपाल, आईआईटी इंदौर से प्रो. आन्खी राय, एएमयू अलीगढ़ से प्रो. बीपी सिंह, सेंट्रल यूनिवर्सिटी बिहार से प्रो. वेंक्टेश सिंह द्वारा विद्यार्थियों को शोध के नवीन क्षेत्रों के विषय में बताया.

सेमिनार के संरक्षक कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता, सह संरक्षक प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, कुलसचिव अषोक कुमार सिंह रहे. सेमिनार का आयोजन भौतिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अनुज विजय की अध्यक्षता में किया गया तथा इसकी संयोजक प्रो. मोनिका गोयल, सहसंयोजक प्रो. आरपी सिंह एवं डा. वीके सिंह रहे.

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