उत्तर प्रदेश

अवैध संबंध में बाधा बने दोस्त को उतारा मौत के घाट

Admin4
9 May 2023 1:59 PM GMT
अवैध संबंध में बाधा बने दोस्त को उतारा मौत के घाट
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मुरादाबाद। पहले ही विश्वास का गला घोंट चुके एक वाहन चालक ने नाजायज संबंध के खेल में बाधा अपने ही दोस्त का गला घोंट उसे मौत के घाट उतार दिया। मंगलवार को यह दावा करते हुए एसएसपी हेमराज मीना ने डिलारी थाना क्षेत्र के बहुचर्चित बाबू हत्याकांड का पर्दाफाश किया। एसएसपी ने बताया कि भोजपुर के रहने वाले सद्दाम ने अपने भांजे मुस्तफा की मदद से बाबू को मौत के घाट उतारा। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया। हत्यारोपी मामा व भांजे वहां से न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिए गए।
एसएसपी ने बताया कि सोमवार को सुबह डिलारी थाना प्रभारी हिमांशु चौहान को पता चला कि आदलपुर गांव में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला है। पुलिस ने घटना स्थल का निरीक्षण किया। मौके पर स्कूटी व एक अज्ञात व्यक्ति मिला। घटना को हादसे की शक्ल देने की कोशिश हुई थी। मृतक की पहचान आदलपुर के ही रहने वाले बाबू पुत्र फकीरा हाजी के रूप में हुई। पुलिस के संदेह की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने भी की। पोस्टमार्टम से पता चला कि गला घोंट कर बाबू को मौत के घाट उतारा गया है। पूछताछ में परिजनों ने बताया कि पेशे से कैंटर चालक बाबू भोजपुर में वाहन चलाता था। इसके बाद देर शाम तक वह घर लौट आता था। सात मई को सुबह घर से निकला बाबू देर रात तक वापस नहीं लौटा। दूसरे दिन सुबह गांव के समीप बाबू का शव बरामद हुआ।
बाबू की हत्या की पुष्टि के बाद पुलिस उसके कातिल की तलाश में जुटी। बाबू के मोबाइल नंबर की सीडीआर निकाली गई। छानबीन में पता चला कि सात मई की रात अंतिम बार बाबू की बात भोजपुर के रहने वाले सद्दाम पुत्र मुन्नन निवासी नवाबपुर बगिया वाला कस्बा से हुई थी। पुलिस ने सद्दाम का अतीत खंगाला। तब पता चला कि सद्दाम भी कैंटर चालक है। बाबू व सद्दाम पुराने दोस्त हैं। बाबू चार भाई हैं। बाबू के तीन भाई अभी भी भोजपुर कस्बे में ही निवास करते हैं। जबकि तीन साल पहले बाबू सपरिवार डिलारी थाना क्षेत्र में अपने गांव लौट गया। पूछताछ में पता चला कि बाबू को संदेह हो चुका था कि उसकी बीवी पर सद्दाम बुरी नजर रखता है। दोनों के बीच नाजायज संबंध होने के संदेह ने बाबू को भोजपुर से दूर कर दिया।
मुरादाबाद : सद्दाम बीते करीब दो-तीन माह से परेशान चल रहा था। उसे पता चला कि बाबू ने अपनी बीवी का मोबाइल फोन छीन लिया है। इसके चलते बाबू की बीवी व सद्दाम के बीच बातचीत नहीं हो रही थी। प्रेमिका से बातचीत न होने के कारण सद्दाम अपने दोस्त से खफा रहने लगा। इस दौरान ही उसने अपने दोस्त की हत्या करने की योजना बनाई। योजना में सद्दाम ने अपने भांजे व मोहल्ले के ही रहने वाले मुस्तफा पुत्र उमर को शामिल किया। नशे के आदी मुस्तफा मामा का शागिर्द बन गया।
सात मई की शाम सद्दाम व बाबू दोनों एक साथ भोजपुर में देखे गए। दोनों नशे के आदी थे। सद्दाम व बाबू ने एक साथ पहले छक कर शराब पी। बाबू के नशे में डूबते ही सद्दाम व उसका भांजा सक्रिय हो गए। दोनों ने तार की मदद से सद्दाम का गला घोंट दिया। बाबू की मौत के बाद दोनों ने हत्या को दुर्घटना की शक्ल देने की कोशिश की।इस कवायद में छोटा हाथी की मदद से बाबू व उसका शव डिलारी के आदलपुर गांव के पास लेकर पहुंचे। बाबू का शव जमीन पर रखकर उसके उपर स्कूटी गिरा दी। वारदात में प्रयुक्त तार व एक मोबाइल फोन पुलिस ने बरामद कर लिया है।
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