उत्तर प्रदेश

रेलवे अंडर ब्रिज निर्माण के लिए एक दर्जन मकान-दुकान ध्वस्त

Admindelhi1
20 March 2024 5:13 AM GMT
रेलवे अंडर ब्रिज निर्माण के लिए एक दर्जन मकान-दुकान ध्वस्त
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इलाहाबाद: रेलवे अंडर ब्रिज निर्माण के लिए उत्तर रेलवे ने प्रयागराज विकास प्राधिकरण के साथ छोटा बघाड़ा में एक दर्जन से अधिक मकान और दुकानों को तोड़ दिया. ध्वस्तीकरण के पहले रेलवे ने आरयूबी के दायरे में भवनों को चिह्नित कर नोटिस दिया था. ध्वस्तीकरण की पूर्व संध्या पर मकानों को सामने नोटिस चस्पा किया गया.

मकान और दुकानों को तोड़ने के पहले आरपीएफ ने क्षेत्र को घेर लिया. रेलवे व पीडीए की संयुक्त टीम सुबह पहुंची और सबसे पहले रामप्रिया रोड किनारे एक बाउंड्रीवाल को तोड़ा. इसके बाद सभी चिह्नित मकान और दुकानों का सामान निकालने का निर्देश दिया. भवनस्वामी और मकान तोड़ने पहुंची रेलवे की टीम के बीच कहासुनी हुई. भवनस्वामी राजकीय स्थान पर मकान होने का दावा कर रहे थे. भवन और दुकानें तोड़ने गई टीम का कहना था कि रेलवे की जमीन पर सभी निर्माण हुए हैं.

मकान और दुकानों को खाली कराने के बाद दोपहर दो बजे से ध्वस्तीकरण शुरू हुआ. शाम पांच बजे तक चली कार्रवाई में एक दर्जन से अधिक मकान-दुकान तोड़ने की बात कही गई. रेलवे की टीम के एक सदस्य ने बताया कि मकान-दुकान तोड़े गए. मकान टूटता देख शकुंतला सोनकर रोने लगीं. शकुंतला ने कहा कि 70 साल से यहां रह रहे हैं और कभी किसी ने कहा कि रेलवे की भूमि है. ध्वस्तीकरण के दौरान कानूनगो और लेखपाल को भी भवनस्वामी मांग कर रहे थे. स्थानीय लोगों ने बताया कि आरयूबी बनाने के लिए उत्तर रेलवे ने 30 भवनस्वामियों को जनवरी के आखिरी सप्ताह में नोटिस दिया गया था. नोटिस देने के पश्चात भवनस्वामियों का पक्ष सुना गया. भवनस्वामियों की सुनवाई के बाद रात को चिह्नित भवनों के सामने नोटिस चस्पा किया गया. उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल के इंजीनियरों ने बताया कि आरयूबी की जरूरत के अनुसार से 72 मीटर तक निर्माणों को तोड़ा जा रहा है. ध्वस्तीकरण जारी रहेगा.

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