उत्तर प्रदेश

अकेलेपन की वजह से मेरठ के 86% बुजुर्ग रहते हैं बीमार : LLRM मेडिकल कॉलेज

Ritisha Jaiswal
22 Aug 2022 11:53 AM GMT
अकेलेपन की वजह से मेरठ के 86% बुजुर्ग रहते हैं बीमार : LLRM मेडिकल कॉलेज
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बदलते दौर के साथ-साथ बीमारियों का भी काफी बोलबाला होता जा रहा है.बड़े-बुजुर्गों की बात की जाए तो 60 साल की आयु पार करते ही वह बीमारी की चपेट में आने लगते हैं. हालांकि आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उनकी बीमारी का प्रमुख कारण खालीपन है.

बदलते दौर के साथ-साथ बीमारियों का भी काफी बोलबाला होता जा रहा है.बड़े-बुजुर्गों की बात की जाए तो 60 साल की आयु पार करते ही वह बीमारी की चपेट में आने लगते हैं. हालांकि आपको जानकर आश्चर्य होगा कि उनकी बीमारी का प्रमुख कारण खालीपन है.

इस बात का दावा मेरठ एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज की सीनियर रेजिडेंट डॉ. दरखशां सय्यादैन और डॉ. शीमा ने एक रिसर्च में किया है. इस रिसर्च के मुताबिक 76.82 प्रतिशत बुजुर्ग विभिन्न बीमारी से ग्रस्त थे. सिर्फ 23.18 प्रतिशत पूरी तरह से स्वस्थ थे. इसके अलावा 85 साल से अधिक उम्र के सभी बुजुर्ग बीमार थे. जबकि 75 से 84 वर्ष के 86 प्रतिशत बीमार थे. इतना ही नहीं 46 प्रतिशत बुजुर्ग तनाव से ग्रस्त थे.

डॉ. दरखशां सय्यादैन से रिसर्च को लेकर खास बातचीत के अंश

रिसर्च में किन क्षेत्रों के बुजुर्ग शामिल थे?
यह रिसर्च कोरोनाकाल के मध्य 15 महीने तक की गई है, जिसमें 1900 परिवारों में से 220 बुजुर्गों को शामिल किया गया था. सभी बुजुर्ग शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से ताल्लुक रखते हैं, जोकि अकेलेपन और खालीपन की वजह से विभिन्न प्रकार की बीमारियों से प्रभावित हैं.
सर्वे में कितने पुरुष-महिलाओं को शामिल किए थे?
220 लोगों में 125 महिलाएं और 95 पुरुष शामिल थे. 56 प्रतिशत से अधिक महिलाओं में तमाम तरह की बीमारियां देखी गईं. ज्यादातर महिलाओं को तनाव की वजह से भूलने की बीमारी थी. हड्डियों में कमजोरी और जोड़ों में दर्द की भी समस्या अधिक थी. इतना ही नहीं, डायबिटीज की शिकार महिलाएं डिप्रेशन की शिकार हो रही हैं.
रिसर्च में क्या देखने को मिला?
रिटायरमेंट के बाद जिन बुजुर्गों ने सोशल कार्य में खास ध्यान दिया है और जो वॉकिंग के साथ-साथ कई तरह की सोशल एक्टिविटी में प्रतिभाग करते हैं. उनमें स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं नहीं देखने को मिलीं. वहीं, जो बुजुर्ग घर में अकेले रहते हैं और उनके बच्चे भी उनसे काफी दूर हैं. ऐसे बुजुर्गों में स्वास्थ्य संबंधित अधिक परेशानी देखी गई है.
बेहतर स्वास्थ के लिए क्या करें बुजुर्ग?
जो बुजुर्ग घर में अकेले रहते हैं. ऐसे सभी बुजुर्ग अपनी फिटनेस के लिए सोशल एक्टिविटी पर ध्यान दें. विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ आस पास होने वाले कार्यक्रमों में भी प्रतिभाग करें, तो वह तनाव से दूर होंगे


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