उत्तर प्रदेश

802 ई-रिक्शा पंजीकृत, सड़कों पर दौड़ रहे चार हजार

Harrison
6 Oct 2023 9:37 AM GMT
802 ई-रिक्शा पंजीकृत, सड़कों पर दौड़ रहे चार हजार
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उत्तरप्रदेश | आरटीओ में महज 802 ई-रिक्शा ही पंजीकृत हैं, जबकि शहर में चार हजार से ज्यादा ई-रिक्शे धमाचौकड़ी मचा रहे हैं. ये न निर्धारित रूट मान रहे और न पार्किंग. चार की जगह छह लोगों को बैठाते हैं. मनमाना किराया भी वसूलते हैं. ई-रिक्शा के 20 फीसदी चालक नाबालिग हैं. इसके बाद भी न परिवहन विभाग संज्ञान ले रहा न यातायात पुलिस कोई कार्रवाई कर रही है.
महज 220 चालकों ने ही ई रिक्शा चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया है. लगभग 3800 बिना लाइसेंस या सामान्य ड्राइविंग लाइसेंस पर चल रहे हैं. अप्रशिक्षित चालक यातायात के नियमों का पालन नहीं करते. बैट्री डिस्चार्ज न हो इसलिए ज्यादातर ई-रिक्शा वाले रात में हेडलाइट तक नहीं जलाते. बीते दिनों एक ई-रिक्शा से गिरकर एक महिला की मौत हो चुकी है.
ऐसे बनता है चालकों का ड्राइविंग लाइसेंस ई-रिक्शा की बिक्री करने वाली कंपनी ही पंजीयन और चालकों को प्रशिक्षित करती है. अधिकतम तीन माह के प्रशिक्षण के बाद कंपनी प्रमाण पत्र जारी करती है. प्रमाण पत्र के आधार पर ही चालकों के लिए अलग से ई-रिक्शा के लिए लाइसेंस जारी होता है.
एक वर्ष पहले इन रूटों का हुआ था निर्धारण
● बरगदवां से रेलवे स्टेशन वाया गोरखनाथ-धर्मशाला रूट -60
● मेडिकल कॉलेज-रेलवे स्टेशन वाया असुरन पर-70
● नौसढ़-कचहरी वाया प्रेमचंद पार्क-शास्त्रत्त्ी चौक-50
● इंजीनियरिंग कॉलेज-रेलवे स्टेशन वाया मोहद्दीपुर-40
● एयरफोर्स-रेलवे स्टेशन वाया चारफाटक मोहद्दीपुर-40
● नौसढ़-रूस्तमपुर-पैडलेगंज-पुलिस चौकी मोहद्दीपुर-40
● इलाहीबाग-घासीकटरा-बक्शीपुर-टाउनहॉल-कचहरी -30
● पादरी बाजार से स्टेशन -40
● फातिमा हॉस्पिटल से कचहरी वाया रेलवे स्टेशन-40
● फर्टिलाइजर से रेलवे स्टेशन वाया बरगदवां-60
● फर्टिलाइजर से कचहरी वाया मेडिकल कॉलेज-60
● बड़गों से रेलवे स्टेशन वाया कचहरी-40
● इंजीनियरिंग कॉलेज से कचहरी वाया पैडलेगंज-30
● नंदानगर से रेलवे स्टेशन वाया मोहद्दीपुर, कूड़ाघाट-40
● नीना थापा इंटर कॉलेज से कचहरी वाया कूड़ाघाट, पैडलेगंज-30
● पादरी बाजार से कचहरी -40
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