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उल्लास पूर्वक मनाया गया सरस्वती विद्या मंदिर में 74वां गणतन्त्र दिवस और बसंतोत्सव
बस्ती: स्थानीय सरस्वती विद्या मंदिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामबाग बस्ती के प्रांगण में 74वां गणतन्त्र दिवस उल्लास पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि विद्यालय प्रबन्ध समिति के अध्यक्ष गोपाल गाडिया ने ध्वजारोहण किया। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्यालय के प्रबन्धक डाॅ0 सुरेन्द्र प्रताप सिंह जी रहे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत समरसता प्रमुख अरविन्द त्रिपाठी, मोतीलाल , विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविन्द सिंह गरिमामयी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम का प्रारम्भ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन तथा पुष्पार्चन से हुआ। विद्यालय के प्रधानाचार्य अरविन्द सिंह ने पधारे हुए मुख्य अतिथि एवं आगन्तुकों का स्वागत करते हुए परिचय कराया। विद्यालय के छात्र-संसद प्रधानमंत्री सुयष मिश्र ने भाषण प्रस्तुत किया। विद्यालय के संगीताचार्य श्रीप्रकाश चैबे के नेतृत्व में भैयाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये।
अपने उद्बोधन में विद्यालय के प्रबन्धक डाॅ0 सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने सभी को 74वें गणतन्त्र दिवस की बधाई देते हुए इस पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला एवं शिक्षा के क्षेत्र में इस विद्यालय की सराहना की। मिष्ठान वितरण एवं राष्ट्रगीत के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, रामबाग-बस्ती में बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर विद्यालय के उप प्रधानाचार्य विजय प्रताप पाठक द्वारा विद्या की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती की विधिवत् पूजा-अर्चना की गयी। पूजन कार्यक्रम विद्यालय के आचार्य उमेश पाण्डेय द्वारा कराया गया। इस अवसर पर विद्यालय के संगीताचार्य प्रकाश चौबे और वन्दना टीम द्वारा भजन भी प्रस्तुत किये गये।
विद्यालय के उप प्रधानाचार्य विजय प्रताप पाठक एवं अन्य आचार्यो नेे मां सरस्वती के चित्र के सामने दीप प्रज्ज्वलन व पुष्पार्चन कर विधिवत् पूजन-अर्चन किया।
इस अवसर पर उन्होने बसंत पंचमी के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि हर वर्ष माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर बसंत पंचमी का त्योहार बड़े ही उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि माघ माह पंचमी तिथि पर मां सरस्वती प्रकट हुई थीं। बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की विशेष रूप से पूजा-आराधना होती है। मां सरस्वती को संगीत, कला, वाणी, विद्या और ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी माना गया है। मान्यता है इस दिन विद्या आरंभ करने से ज्ञान में वृद्धि होती है।
कार्यक्रम के अंत में हवन एवं मां सरस्वती की आरती की गई तथा प्रसाद वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के आचार्यो, कर्मचारियों तथा छात्रों के साथ अनेक अभिभावक उपस्थित रहे।