उत्तर प्रदेश

7 पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात, जान से मारने की मिली थी धमकी, कमलेश तिवारी की पत्नी को मिली सुरक्षा

Admin4
3 July 2022 1:09 PM GMT
7 पुलिसकर्मी रहेंगे तैनात, जान से मारने की मिली थी धमकी, कमलेश तिवारी की पत्नी को मिली सुरक्षा
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राजस्थान के उदयपुर और महाराष्ट्र के अमरावती की घटनाएं सामने आने के बाद लखनऊ में हिंदू समाज पार्टी की अध्यक्ष और कमलेश तिवारी की पत्नी किरण तिवारी की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. किरण तिवारी को धमकी मिलने के बाद प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाने का फैसला लिया है. अब किरण तिवारी के घर पर 7 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं.

दरअसल हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी की पत्नी को उदयपुर की घटना के बाद चार पन्ने का धमकी भरा पत्र मिला था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज और साध्वी प्रज्ञा की तस्वीरों पर टारगेट और क्रॉस का निशान लगा हुआ था. पुलिस ने इस धमकी भरे पत्र के मिलने के बाद किरण तिवारी को सुरक्षा दी गई है. किरण के घर पर 7 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है, इनमें एक महिला कांस्टेबल भी शामिल है.
24 घंटे तैनात रहेंगे 7 पुलिसकर्मी
इन 7 पुलिसकर्मियों में से पांच 24 घंटे किरण तिवारी के घर पर तैनात रहेंगे. जबकि 2 पुलिसकर्मी स्थानीय नाका थाने से ड्यूटी पर लगाए गए हैं. हर आने-जाने वाले की तलाशी और रजिस्टर में नाम पता और मोबाइल नंबर दर्ज किया जा रहा है. वहीं किरण तिवारी की मानें तो धमकी भर पत्र मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने भी उनसे जानकारी मांगी है. उनके द्वारा फोन से पूरी जानकारी दी गई है. वहीं पुलिस ने भी इस मामले में अपनी जांच शुरू कर दी है.
2018 में हुई थी कमलेश तिवारी की हत्या
तिवारी ने दिसंबर 2015 में पैगंबर मुहम्मद के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद खूब बवाल हुआ था. जिनमें से कुछ विरोध करने वाले संगठनों ने उनके सिर काटने की मांग की. इसके बाद हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी को 18 अक्टूबर, 2018 को लखनऊ में गला काटने से पहले गोली मारी गई थी. यह घटना उत्तर प्रदेश की राजधानी में उनके कार्यालय में हुई थी.
कैसे हुई थी हत्या
भगवा कुर्ता पहने आरोपी मिठाई के डिब्‍बे में छिपाकर चाकू और पिस्‍टल लाए थे. इसके बाद उन्होंने कमलेश तिवारी को पहले गोली मारी फिर चाकू से ताबड़तोड़ कई वार किए. हत्या के बाद आरोपी भाग निकले. बाद में दोनों को राजस्‍थान और गुजरात सीमा पर‍ गिरफ्तार किया गया था. पकड़े गए आरोपियों शेख अशफाक और पठान मोइनुद्दीन ने बताया था कि वे कमलेश तिवारी की तरफ से 2015 में पैगंबर मोहम्‍मद को लेकर दिए गए बयान से नाराज थे
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