उत्तर प्रदेश

नौबस्ता हाईवे पर 7 मौतें, क्यों दी गई इंट्री

Admin Delhi 1
21 July 2023 8:09 AM GMT
नौबस्ता हाईवे पर 7 मौतें, क्यों दी गई इंट्री
x

कानपूर न्यूज़: कानपुर-सागर हाईवे पर घाटमपुर से नौबस्ता के बीच हो रहे हादसों का एक बड़ा कारण नो इंट्री का खुलना भी है.

सिंगल लेन में बेधड़क ओवरटेक करते भारी वाहनों की वजह से सड़कें खून से लाल हो रही हैं. इससे पहले हादसों को देखते हुए ही पुलिस ने भारी वाहनों पर प्रतिबंध लगाते हुए जून में ही नो इंट्री की दी थी. नो एंट्री को बीती 6 जुलाई को खत्म कर दिया गया था. इसके बाद से अब तक इसी सड़क पर सात लोगों ने अपनी जान गवां दी है. साइकिल सवार दो बच्चों की मौत के बाद अधिकारियों में मंथन शुरू हो गया है कि मार्ग पर ऐसा क्या किया जाए जिससे हादसे कम हो जाए. घटनास्थल के पास डिवाइडर बनना शुरू हो गया है.

नो एंट्री जब लागू थी तो भारी वाहनों की एंट्री घाटमपुर और इधर नौबस्ता से प्रतिबंधित कर दी गई थी. उसके बाद भी कुछ वाहन सेटिंग के साथ मार्ग पर निकल आते थे मगर उनकी संख्या काफी कम हो गई थी. जिससे सड़क हादसों के आंकड़ों में भी कुछ कमी आ गई थी. 6 जुलाई को इस मार्ग से नो इंट्री को वापस ले लिया गया और फिर से यातायात पुराने तरह से चलने की अनुमति प्रदान कर दी गई. उसका नतीजा यह रहा है कि 7 जुलाई को टेनापुर मोड़ पर सीमा और उसके पति राजू को एक डम्पर ने कुचल दिया. जिसमें दोनों की मौत हो गई थी. 9 जुलाई की देर रात रमईपुर उजियारा चौराहा के पास एक बाइक पर सवार अजय पासवान, अभिषेक वर्मा और किशनलाल ट्रैक्टर ट्रॉली के पीछे से मोटरसाइकिल समेत घुस गए थे. तीनों की मौत हो गई थी. इसके बाद स्कूल जाने के लिए दो मासूम बच्चों को डंपर ने रौंद दिया जिसमें उनकी मौत हो गई.

पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने कहा कि डीसीपी ट्रैफिक इस मार्ग पर रूट डायवर्जन और नो एंट्री को लेकर निर्णय लें. डीएम से वार्ता करेंगे.

Next Story