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- 33 साल पहले छात्र जीवन...
न्यूज़क्रेडिट: अमरउजाला
भूपेंद्र चौधरी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश खासकर पश्चिमी यूपी में जाट मतदाताओं को साधने के लिए उन्हें भगवा पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
यूपी कैबिनेट कैबिनेट में पंचायती राज मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह को अचानक से दिल्ली बुलाए जाने के बाद से उनके भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रदेश अध्यक्ष बनने की संभावनाएं काफी प्रबल हो गई हैं।
भूपेंद्र चौधरी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के करीबी माने जाते हैं। आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए प्रदेश खासकर पश्चिमी यूपी में जाट मतदाताओं को साधने के लिए उन्हें भगवा पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जा सकता है। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाकर किसान आंदोलन के कारण भाजपा से रूठे जाट मतदाताओं को मनाने का प्रयास किया जा सकता है।
भूपेंद्र चौधरी का जन्म 1968 में मुरादाबाद के महेंदरी सिकंदरपुर में हुआ था। वे भारतीय जनता पार्टी से लगभग 33 सालों से जुड़े हैं। उन्होंने राजनीति अपने छात्र जीवन से ही शुरू कर दी थी।
ये हैं कारण जिनके कारण चौधरी का पलड़ा है भारी
इस सियासी बिसात में संगठन का लंबा तजुर्बा, जाट बिरादरी और राजनीतिक अनुभव प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए कैबिनेट मंत्री चौधरी भूपेंद्र सिंह के पक्ष में है। भूपेंद्र चौधरी वर्ष 2007 से 2012 तक पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय मंत्री रहे। वहीं, 2011-2018 तक लगातार तीन बार पश्चिमी यूपी के क्षेत्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं।
मुलायम सिंह के खिलाफ भी लड़ चुके हैं चुनाव
चौधरी भूपेंद्र सिंह ने वर्ष 1999 में मुलायम सिंह यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा था। पार्टी ने उन्हें संभल से लोकसभा प्रत्याशी बनाया था। हालांकि वह चुनाव हार गए।