उत्तर प्रदेश

32 सीसीटीवी खंगाले, तीनों संदिग्ध लापता

Admin Delhi 1
21 Jun 2023 6:57 AM GMT
32 सीसीटीवी खंगाले, तीनों संदिग्ध लापता
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कानपूर न्यूज़: लाल इमली के पीछे वाले रास्ते अपोलो अस्पताल रोड पर सुबह 10 बजे तीन बोरों में मिले कटे हुए शव के मामले में पुलिस के हाथ 38 घंटे बाद भी खाली हैं. पुलिस की एक टीम ने 32 और सीसीटीवी कैमरों के फुटेज जुटाए हैं. एक फुटेज में दिखी कार को पुलिस संदिग्ध मान रही है. वहीं चुन्नीगंज में चल रहे मेट्रो कार्य में लगे मजदूरों से पुलिस ने पूछताछ की. बोरे ले जाते दिखे तीन संदिग्धों तक पुलिस नहीं पहुंच सकी है.

छानबीन में जुटी कर्नलगंज पुलिस ने शहर में पिछले 15 दिनों में लापता हुए लोगों की गुमशुदगी रिपोर्ट निकाली. ऐसे कुल 25 लोग थे. इसमें पुलिस ने मृतक की उम्र और पहचान से जोड़कर गुमशुदगी निकाली. तो दस युवक ऐसे मिले. एसीपी कर्नलगंज ने बताया कि इसमें से छह परिवारों को फोन करके संपर्क किया तो पता चला कि वह सभी लोग घर लौट आए हैं. बाकी के चार परिवारों को फोटो दिखाई गई तो मृतक उनके परिवार का नहीं निकला. रूरा व फर्रुखाबाद से भी पांच परिवार आए लेकिन किसी ने भी शव की पहचान नहीं की.

एक और फुटेज मिला

लाल इमली से ग्वालटोली की तरफ जाने वाले रास्ते पर लगे एक कैमरे में एक कार दिखी है, जो संदिग्ध लग रही है. एसीपी ने बताया कि उस फुटेज में यह साफ नहीं हो पा रहा है कि उसमें से बोरे निकाले गए हैं कि नहीं. उस कार के अलावा चार और कारें उसी लोकेशन पर दिखी हैं.

कैमरे में दिखने वाले छह मजदूर, जुटा रहे जानकारी

अपोलो अस्पताल वाली रोड (जमुनिया बाग गली) पर सफेद रंग के तीन बोरों में युवक के शरीर के चार टुकड़े मिले थे. पुलिस को देर रात ही एक सीसीटीवी फुटेज मिला था जो रात 348 बजे का था. इसमें तीन संदिग्ध उस तरफ जाते दिखे थे, उनके हाथ में बोरे भी थे मगर अपोलो अस्पताल से थोड़ा आगे लगे सीसीटीवी में उनकी फुटेज नहीं आई. इंस्पेक्टर कर्नलगंज संतोष कुमार सिंह ने बताया कि कैमरे में जो छह लोग दिख रहे हैं वह लेबर हैं. उनकी जानकारी जुटाई जा रही है. एसीपी कर्नलगंज मोहम्मद अकमल खां ने बताया कि एक दर्जन मेट्रो कर्मी अपोलो अस्पताल रोड के सामने काम कर रहे थे.

इलेक्ट्रॉनिक कटर के बारे में भी लगा रहे पता

शव को जिस सफाई से काटा गया है उससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसमें इलेक्ट्रॉनिक कटर का इस्तेमाल किया गया है. शहर में इलेक्ट्रॉनिक कटर का काम कौन-कौन लोग करते हैं उनकी जानकारी भी जुटाई जा रही है. जहां लाश मिली थी, वहां पर एक बस्ती भी है.

मेट्रो कर्मी का भी हो सकता है शव

घटनास्थल से 350 मीटर पर मेट्रो का कार्य चल रहा है. सूत्रों के मुताबिक यह सम्भव है कि शव किसी मेट्रो कर्मी का हो. उनके पास भी सड़क काटने और सुरंग बनाने को बड़े कटर है. पुलिस मान रही है कि कई प्रांतों से आए मजदूरों में से किसी का विवाद हुआ होगा, जिसमें यह घटना हुई होगी.

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