उत्तर प्रदेश

गठबंधन की समितियों में रालोद के 3 चेहरे, वेस्ट यूपी में जयंत के सहारे भाजपा को चुनौती की तैयारी

SANTOSI TANDI
3 Sep 2023 9:10 AM GMT
गठबंधन की समितियों में रालोद के 3 चेहरे, वेस्ट यूपी में जयंत के सहारे भाजपा को चुनौती की तैयारी
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सहारे भाजपा को चुनौती की तैयारी
दिल्ली फतह का रास्ता यूपी से गुजरता है। यूपी की 80 लोकसभा सीटों में पश्चिमी यूपी की 12 सीटें बेहद अहम हैं। जाट, किसान बाहुल्य इन सीटों पर प्रभाव रखने वाली रालोद पर इन दिनों हर दल की निगाहें हैं। रालोद मुखिया के NDA से दोस्ती करने की चर्चाएं सुर्खियों में रहीं। तभी विपक्षी एकता गठबंधन की बैठक में शामिल होकर जयंत ने उन तमाम चर्चाओं पर ब्रेक लगा दिया। अब I.N.D.I.A की कमेटियों में रालोद को खासा तवज्जो देते हुए, पार्टी के 3 चेहरों को स्थान मिलना इशारा है कि विपक्षी गठबंधन पश्चिमी यूपी में भाजपा को चुनौती देने के लिए हैंडपंप का साथ खोना नहीं चाहता।
जयंत चौधरी 31 अगस्त और एक सितंबर को मुंबई में हुई I.N.D.I.A की बैठक में शामिल हुए थे।
जयंत चौधरी 31 अगस्त और एक सितंबर को मुंबई में हुई I.N.D.I.A की बैठक में शामिल हुए थे।
सबसे पहले I.N.D.I.A कमेटियों में रालोद के 3 चेहरे जानिए
I.N.D.I.A विपक्षी एकता गठबंधन में राष्ट्रीय लोकदल से 3 चेहरों को जगह मिल चुकी है। चर्चा है कि पार्टी से एक चौथे नेता को भी बड़ी जिम्मेदारी जल्द दी जाएगी। जिसकी घोषणा अगली बैठक में हो सकती है। फिलहाल रालोद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दकी, युवा नेता प्रशांत कनौजिया और राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहित जाखड़ को इंडिया में अहम पदों पर रखा गया है। शाहिद सिद्दकी को कैंपेन कमेटी में लिया गया है। प्रशांत कनौजिया मीडिया और रोहित जाखड़ को सोशल मीडिया और कैंपेन कमेटी का सदस्य बनाया गया है।
रोहित 12 सदस्यीय सोशल मीडिया कमेटी और 19 सदस्यीय कैंपेन कमेटी में शामिल हैं। तीनों लोग I.N.D.I.A के मेनिफेस्टो, अभियान, प्रचार प्रसार और मीडिया, सोशल मीडिया से जुड़ी तमाम जिम्मेदारियों को संभालेंगे। चुनाव को लेकर जो एजेंडा बनाया जाएगा, उसे ये समितियां आउट करेंगी। दिल्ली में बनाए सेंट्रल सिस्टम पर ये समितियां काम करेंगी।
I.N.D.I.A मीटिंग के बाद जयंत सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दीकी ने मुंबई में लेखक जावेद अख्तर से मुलाकात की।
I.N.D.I.A मीटिंग के बाद जयंत सिंह और पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शाहिद सिद्दीकी ने मुंबई में लेखक जावेद अख्तर से मुलाकात की।
अब पश्चिमी यूपी में क्यों जरूरी है रालोद का साथ वो समझिए...
पश्चिमी यूपी में रालोद का बड़ा असर
पश्चिमी यूपी का मतलब जाटलैंड। यहां रालोद वर्तमान हालातों में मजबूत स्थिति में है। ऐसे में भाजपा, सपा से लेकर तमाम दल जानते हैं वेस्ट यूपी चाहिए तो रालोद से हाथ मिलाना पड़ेगा। भाजपा की निगाहें लगातार छोटे चौधरी यानी जयंत पर टिकी हैं। 2022 चुनाव में रालोद ने सपा से हाथ मिलाकर भाजपा को बड़ी चुनौती दी थी। जो आज भी भाजपा के लिए चिंतन का विषय है। खतौली उपचुनाव में भी भाजपा को सीट गंवानी पड़ी। निकाय चुनाव में भी सपा, रालोद गठबंधन ने खुलकर बैटिंग की है। तमाम दल रालोद की बढ़ती ताकत को जान चुके हैं।पूरे यूपी में जाट समुदाय की आबादी 4 से 6 फीसदी के बीच हो, लेकिन पश्चिमी यूपी के कुल वोट में करीब 17% हिस्सेदारी जाट समुदाय की है। इस इलाके की 120 विधानसभा सीटों और 18 लोकसभा सीटों पर जाट वोट बैंक असर रखता है। इन्हीं में 12 लोकसभा सीटों पर जयंत की नजरें हैं। जयंत के पास दादा, पिता की विरासत के मिले जाट, गुर्जर, राजपूत और मुसलमानों का वोट है। जिसे राजनीतिक दल अपने अनुसार भुनाना चाहते हैं।
अगर जयंत NDA में आ जाते हैं, तो पश्चिमी यूपी की सारी सीटें BJP एक बार फिर जीत सकती है। अनुमान है कि पश्चिमी यूपी के वोटर्स में मुसलमान 32%, दलित 26%, जाट 17% हैं। जयंत की पार्टी की ताकत जाट और मुसलमान साथ में थे, जो 2014 के बाद बिखर चुका है। जाट का एक बड़ा हिस्सा BJP के साथ है। इसके अलावा पश्चिमी यूपी के गुर्जर, सैनी, कश्यप, ठाकुर, शर्मा, त्यागी जाति के वोट का ज्यादातर हिस्सा BJP के साथ है।
मिशन 2024 फतह करना है: त्रिलोक
रालोद के राष्ट्रीय महासचिव त्रिलोक त्यागी कहते हैं कि लगभग सभी दलों को I.N.D.I.A गठबंधन में तवज्जो मिली है। सभी के सदस्य लिए जा रहे हैं। रालोद से तीन चेहरों को जगह मिली है। चौथा नाम भी जल्द घोषित हो सकता है। 2024 लोकसभा में सभी मिलकर किसान विरोधी सरकार को उखाड़ फेंकेंगे। इसी दिशा पर काम कर रहे हैं।
किसानों की बात करने वाला दल: प्रशांत
प्रशांत कन्नौजिया रालोद एससी, एसटी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। I.N.D.I.A अलायंस में मीडिया कोआर्डिनेटर समिति में स्थान मिला है।
प्रशांत कन्नौजिया रालोद एससी, एसटी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। I.N.D.I.A अलायंस में मीडिया कोआर्डिनेटर समिति में स्थान मिला है।
I.N.D.I.A मीडिया कमेटी में सदस्य बने प्रशांत कन्नौजिया कहते हैं कि दिल्ली जीत की राहें यूपी फतह से होकर जाती हैं। यूपी जीतना है तो पश्चिमी यूपी को अनदेखा नहीं कर सकते। पश्चिमी यूपी में किसानों की बात मुखरता से केवल रालोद करता है। विधानसभा चुनाव, निकाय चुनाव, खतौली उपचुनाव में तमाम दलों ने इसका नतीजा देख लिया है। जयंत चौधरी हमेशा किसानों के साथ खड़े मिलते हैं। पश्चिमी यूपी में रालोद के जनाधार को देखते हुए हर दल हमारा साथ चाहते हैं। लेकिन रालोद किसानों, मजदूरों, शोषितों के साथ थी और रहेगी।
किसान, कमेरा, मजदूर रालोद का वोटर, सपोर्टर
रोहित जाखड़ रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। इंडिया अलायंस में सोशल मीडिया कमेटी में सदस्य बने हैं
रोहित जाखड़ रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। इंडिया अलायंस में सोशल मीडिया कमेटी में सदस्य बने हैं
रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहित जाखड़ ने कहा कि जयंत चौधरी का आभारी हूं, उन्होंने इंडिया गठबंधन में मुझे सोशल मीडिया, मीडिया कैंपेन कमेटी का हिस्सा बनने का अवसर दिया। कहते हैं कि इंडिया गठबंधन के नेताओं की अपेक्षा पर खरे उतरने का संपूर्ण प्रयास करुंगा। रोहित ने आगे बताया कि 3 सितंबर को दिल्ली में कांग्रेस हेडक्वार्टर पर कैंपेन कमेटी की पहली बैठक है। जिसमें तमाम मुद्दों पर चर्चा होनी है।
आगे कहते हैं कि पूरा देश जानता है कि किसानों की बात करने वाला रालोद अकेला दल है। जो राजनीति से परे किसान, कमेरा, मजदूर वर्ग के हितों की बात करता है। उनको अपने साथ लेकर चलता है। रालोद के वोटर, सपोर्टर को देखते हुए हर दल की निगाहें आज रालोद पर टिकी हैं। हमें इंडिया गठबंधन में महत्वपूर्ण स्थान देने का काम हुआ है। भारतीय जनता पार्टी की सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की नीतियों को ध्वस्त करेंगे।
रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी की सोशल मीडिया पोस्ट ने राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ा दी है। छोटे चौधरी की पोस्ट ने बड़ा सियासी संदेश छोड़ा है। इसकी चर्चा भाजपा हाईकमान से लेकर कार्यकर्ताओं तक में हो रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि रालोद मुखिया आएंगे, तो उनका स्वागत है। वहीं, जयंत चौधरी ने बागपत में किसान भवन के उद्घाटन अवसर पर पलटवार करते हुए कहा कि चवन्नी नहीं, जो पलट जाएं
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