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नई दिल्ली। शाहदरा के गीता कॉलोनी इलाके में बंदर के बच्चे को बेचने के आरोप में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है यह एक तरह का ट्रैप था मकसद ऐसे लोगों को पकड़ना था जो यह गैरकानूनी काम कर रहे हैं। एनिमल लवर्स की टीम ने यह जाल बिछाया था। बंदर का बच्चा बेचने के आरोपी राजू सैनी (55), उसके बेटे शुभम (25) और जानकार सौरभ शर्मा (32) के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर इन्हें गिरफ्तार किया गया है। आज इन्हें पुलिस कोर्ट में पेश करेगी। बंदर के बच्चे को सोमवार रात वाइल्ड लाइफ की टीम के हवाले कर दिया गया।
एडवोकेट व एनिमल राइट एक्टिविस्ट निहारिका कश्यप ने बताया कि उन्हें व्हॉट्सएप पर वायरल मैसेज के जरिए सूचना मिली कि कोई बंदर के बच्चे को बेचना चाह रहा है। उनकी टीम हरकत में आईं टीम ने खरीदार बनकर आरोपियों से संपर्क किया। आरोपी ने बंदर के बच्चे के लिए 4500 रुपये मांगे डील 4 हजार रुपये में तय हो गईं। बातचीत की कॉल रिकॉर्डिंग टीम ने की। सोमवार शाम 5 बजे बंदर के बच्चे को लेकर पैसे देने की बात तय हुईं। आरोपियों ने उन्हें चाचा नेहरू अस्पताल के पास बुलाया। टीम पहुंची। पीसीआर को पहले से कॉल कर दी गई थी। इस बीच जैसे आरोपी बंदर का बच्चा लेकर आए और टीम के मेंबर को बेचने लगे, आरोपियों को वहीं पकड़ लिया गया।
मदारी से खरीदा था
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने बंदर का यह बच्चा एक मदारी से 2 हजार रुपये में खरीदा था। वह उसे पालना चाहते थे मगर जब पालने में दिक्कत आने लगी तो बेचने की योजना बनाईं इसके चलते ही बच्चे की विडियो व फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दी। आकर्षक बनाने के लिए सिर पूंछ पर रंग लगाया बंदर का खरीदार जल्दी मिले, इसलिए आरोपियों ने उसके सिर व पूछ पर लाल रंग लगा दिया जिससे वह लोगों को आकर्षित कर सके ऐसा हुआ भी। लोग विडियो पसंद करने लगे। कई लोगों से आरोपियों की उसे बेचने को लेकर बात भी हुईं थी। मगर उनकी डील एनिमल लवर्स की टीम से फाइनल हुई। इन धाराओं में आरोपी आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने 'द वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट' यानी जंगली जानवर पालना व बेचना, पीसीए यानी पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है।
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