उत्तर प्रदेश

लोक अदालत में 280654 वाद निस्तारित, 2 करोड़ 42 लाख 12 हजार रुपये की धनराशि प्रतिकर में दिलायी

Admin4
13 Nov 2022 11:49 AM GMT
लोक अदालत में 280654 वाद निस्तारित, 2 करोड़ 42 लाख 12 हजार रुपये की धनराशि प्रतिकर में दिलायी
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मुजफ्फरनगर। जनपद न्यायालय में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। लोक अदालत का शुभारंभ जनपद न्यायाधीश चवन प्रकाश द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया ।
जनपद न्यायाधीश चवन प्रकाश ने राष्ट्रीय लोक अदालत की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य वादकारियों को सरल, सुलभ एवं त्वरित न्याय प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि वादकारी आपसी समझौते के आधार पर वाद का निस्तारण करते हैं, तो उनके मध्य आपसी सौहार्द बना रहता है एवं उनके अमूल्य समय की बचत भी होती है।
लोक अदालत के नोडल अधिकारी अपर जिला जज शक्ति सिंह ने कहा कि न्याय सबके लिए की परिकल्पना को चरितार्थ करने हेतु राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया। उन्होंने कहा कि लोक अदालत विवादों को समझौते के माध्यम से निपटाने का एक महत्वपूर्ण मंच है। उन्होंने बताया कि इस बार लोक अदालत को सफल बनाने हेतु जनपद में हजारों लोगों की आबादी से संवाद कायम किया गया एवं उन्हें लोक अदालत के माध्यम से होने वाले लाभों के सम्बन्ध में जागरूक किया गया । उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में लोक अदालत में वर्षों पुराने मामले निस्तारित हुए, जिसमें कुछ प्रकरण लगभग 8 वर्ष पुराने हैं।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती सलोनी रस्तोगी ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 2 लाख 80 हजार 654 मामलों का निस्तारण किया। पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण, मलखान सिंह ने कुल 80 मामलों का निस्तारण कर दो करोड़ बयालिस लाख बारह हजार रुपये की धनराशि प्रतिकर के रूप में दिलायी।
प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय सत्यानन्द उपाध्याय की अध्यक्षता में सभी पारिवारिक न्यायालयों ने 112 प्रकरण निस्तारित किये। परिवार न्यायालय से 15 जोड़ों को एक साथ रहने हेतु विदा किया।
जिलाधिकारी चन्द्रभूषण सिंह के नेतृत्व में राजस्व अधिकारियों द्वारा 19285 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न बैंकों, भारत संचार निगम लिमिटेड आदि द्वारा सक्रिय सहभागिता की गयी। भारत संचार निगम लिमिटेड द्वारा 27 मामलों का समझौते के आधार पर निस्तारण किया गया तथा बैंकों द्वारा 1235 बैंक ऋण मामले निस्तारण कराकर लगभग 11 करोड़ 77 लाख 48 हजार रूपये की धनराशि का सेटलमेंट किया गया। वादकारियों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं खान-पान की व्यवस्था भी आज की लोक अदालत में की गयी।
इस अवसर पर अपर जनपद न्यायाधीश प्रथम जय सिंह पुण्डीर, अपर जनपद न्यायाधीश एवं नोडल अधिकारी लोक अदालत शक्ति सिंह, भारतीय स्टेट बैंक के आर.एम. दिग्विजय शर्मा, सिविल बार के महासचिव सुनील कुमार मित्तल सहित समस्त न्यायिक अधिकारी एवं समस्त बैंकों के अधिकारी उपस्थित रहे।
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