उत्तर प्रदेश

पीपीटी के माध्यम से 37 घाटों पर जलेंगे 17 लाख दीए

Shantanu Roy
12 Oct 2022 3:07 PM GMT
पीपीटी के माध्यम से 37 घाटों पर जलेंगे 17 लाख दीए
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अयोध्या। डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय स्वामी विवेकानंद सभागार में बुधवार को दीपोत्सव नोडल अधिकारी व सलाहकार समिति की बैठक हुई। विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो अजय प्रताप सिंह ने समन्वयकों के साथ दीपोत्सव के तैयारियों को लेकर बैठक की। इस दौरान घाटों पर दीए बिछाने के साथ कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई। अयोध्या राम की पैड़ी पर दीए बिछाने व जलाने के सम्बन्ध चर्चा हुई। इसमें घाटों के समन्वयकों व सदस्यों को पीपीटी के माध्यम से दीए जलाने के बारे में अवगत कराया गया। विश्वविद्यालय ने छठे दीपोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। राम की पैड़ी के 37 घाटों के दीए बिछाने जाऐंगे। प्रत्येक घाटों का नामाकरण किया जाएगा। प्रत्येक घाट पर विश्वविद्यालय आवासीय परिसर, सम्बद्ध महाविद्यालयों एवं स्वयंसेवी संस्थानों के स्वयंसेवक, शिक्षक, कर्मचारी दीए बिछाने के साथ जलायेंगे और पुनः गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड में रिकार्ड दर्ज करेंगे। इसके साथ ही कुल 37 घाटों पर 17 लाख दीए बिछाने के साथ शासन के दिए गए 15 लाख दीए जलाने के लक्ष्य को प्राप्त करेंगे। दीपोत्सव के विशेष परामर्शदात्री सदस्य प्रो चयन कुमार मिश्र ने बताया कि अयोध्या का छठा दीपोत्सव ऐतिहासिक होगा।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में नाम दर्ज करके विश्वविद्यालय व प्रदेश का नाम रोशन किया जायेगा। अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो नीलम पाठक ने कहा कि सभी के सहयोग से छठा दीपोत्सव भव्य बनाया जाएगा। इसमें सभी की महती भूमिका होगी। दीपोत्सव के पदाघिकारी व स्वयंसेवक दीपोत्सव पहचान-पत्र के साथ घाट पर उपस्थित रहेंगे। इसके बिना घाटों पर प्रवेश नही दिया जायेगा। किसी दूसरे के पहचान-पत्र का प्रयोग नही करना है। पाये जाने पर कार्यवाही की जा सकती है। उन्होंने बताया कि 20 अक्टूबर से घाटों पर दीए बिछाने का कार्य शुरू कर दिया जायेगा। 21 अकटूबर से प्रातः आठ बजे से आवासीय परिसर के स्वयंसेवक व सम्बद्ध महाविद्यालयों व संस्थानों के स्वयंसेवक अपने गंतव्य स्थान से राम की पैड़ी पर पहुंचेंगे। कुलसचिव उमानाथ ने बताया कि अयोध्या का दीपोत्सव की पूरे विश्व में चर्चा है। सभी को मिलकर स्वयं का पूराना रिकार्ड को तोड़कर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड में नया रिकार्ड दर्ज करेंगे। यह सभी के सहयोग के बिना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि दीपोत्सव में सभी का अपेक्षित सहयोग मिल रहा है। विवि की कुलाधिपति व प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की सद्प्रेरणा से जनसहयोग अभियान भी चलाया जा रहा है। इसमें सभी का सकारात्मक सहयोग मिल रहा है। बैठक में दीपोत्सव-2022 के उप-नोडल अधिकारी डॉ संग्राम सिंह ने बताया कि कुलपति व नोडल अधिकारी के नेतृत्व में दीपोत्सव की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
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