उत्तर प्रदेश

Company में ट्रेनिंग दिलाने के बहाने ले जा रहे 16 नाबालिग बच्चे काबू

Sanjna Verma
29 July 2024 2:03 PM GMT
Company में ट्रेनिंग दिलाने के बहाने ले जा रहे 16 नाबालिग बच्चे काबू
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गोंडा Gonda: ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनी में प्रशिक्षण के लिए बिहार ले जाई जा रहीं 15 नाबालिग लड़कियों और एक लड़के को रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के अधिकारियों ने सोमवार सुबह गोंडा जंक्शन पर मुक्त करा लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। आरपीएफ गोंडा पोस्ट के उपनिरीक्षक और मानव तस्करी निरोधक गश्ती इकाई (एएचटीयू) के प्रभारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि सोमवार सुबह गश्त के दौरान उन्होंने प्लेटफार्म संख्या दो और तीन पर एक महिला और एक पुरुष के साथ 16 नाबालिग बच्चों को ट्रेन का इंतजार करते देखा।
उन्होंने बताया कि जब नाबालिगों से पूछताछ की गई तो वे satisfactory जवाब नहीं दे सके और वहां मौजूद महिला और पुरुष मौका पाकर भाग गए। कुमार ने बताया कि मामला संदिग्ध लगने पर सभी बच्चों को 'चाइल्ड लाइन' के हवाले कर दिया गया। 'चाइल्ड लाइन' के जिला समन्वयक आशीष मिश्रा ने बताया कि प्रदेश के देवरिया जिले की निवासी एक महिला इन नाबालिगों को ऑनलाइन मार्केटिंग कंपनी में सेल्स कर्मचारी की नौकरी दिलाने के लिए प्रशिक्षण के नाम पर बिहार ले जा रही थी।
उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि नाबालिगों को उनके माता-पिता रोजगार दिलाने की उम्मीद में प्रशिक्षण के लिए भेज रहे थे। मिश्रा ने बताया कि सभी लड़के-लड़कियों की उम्र 14 से 17 साल के बीच है। प्रशिक्षण के लिए माता-पिता ने 1300-1300 रुपये भी दिए हैं। उन्होंने बताया कि बचाई गई सभी लड़कियों और एक लड़के को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जा रहा है, जहां से उन्हें उनके माता-पिता को सौंप दिया जाएगा।
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