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लेटेस्ट न्यूज़: यमुना नदी में नाव डूबने के भीषण हादसे में आज भी एक डेड बॉडी बरामद हुई है। अब तक कुल 13 शव बरामद किए जा चुके हैं। जिसमें महिलाएं बच्चे भी शामिल हैं। लगातार 100 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है, 70 से अधिक जवानों की एनडीआरएफ और एसडीआरएफ टीमें रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई हैं। बता दें रक्षाबंधन में भीषण सड़क हादसा हुआ था।
रेस्क्यू ऑपरेशन जारी: रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मरका घाट की यमुना नदी में एक और शव बरामद हुआ है। शव की शिनाख्त कर ली गई है। सीता नाम की महिला का शव मिला है। जिसके पति का नाम राम बाबू है, राम बाबू भी इसी हादसे में अपनी जान गवा चुके हैं। आपको बता दें कि गुरुवार को रक्षाबंधन के पर्व पर बांदा के मरका थाना क्षेत्र से फतेहपुर के लिए जा रही ना अचानक से यमुना नदी के बीच में पहुंचकर डूब गई, जिसमें 33 लोग सवार थे। 13 शव अभी तक रेस्क्यू के दौरान बरामद किए जा चुके हैं। वहीं 2 और लोग अभी लापता हैं। 18 लोगों को नदी से जिंदा बचाने का काम मल्लाहो और स्थानीय गोताखोरों द्वारा किया गया था।
शव की हुई शिनाख्त: वही रामबाबू और उसकी पत्नी जिसका शव आज मिला है। जिसकी पहचान सीता नाम से हुई है दोनों ही इस दर्दनाक घटना का शिकार हो गए हैं। शव को पहचानने पहुंचे रामबाबू के छोटे भाई ने बताया कि उनके भाई रामबाबू और उनकी भाभी सीता दोनों ही इस भीषण हादसे का शिकार हुई है। नदी में डूबने से दोनों की मौत हो गई है। बच्चे अब अनाथ हो गए हैं। मृतक के घरों में मातम का पहाड़ टूट चुका है।
100 घण्टें का आपरेशन: अपर पुलिस अधीक्षक लक्ष्मी निवास मिश्रा ने बताया कि लगातार 100 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। सोमवार को जो मिसिंग थे 3 लोगों में 1 महिला का शव बरामद हुआ हैं। जिसकी पहचान सीता नाम की महिला से हुई है। इसके प्रति रामबाबू भी इसी हादसे का शिकार हो गए है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। 2 लोग अभी भी लापता हैं। जिनकी तलाश की जा रही है।