उत्तर प्रदेश

12 साल की गैंगरेप पीड़िता ने एक बच्चे को दिया जन्म

Shantanu Roy
24 Sep 2022 12:03 PM GMT
12 साल की गैंगरेप पीड़िता ने एक बच्चे को दिया जन्म
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बड़ी खबर
उन्नाव। उन्नाव में 12 साल की गैंगरेप पीड़िता ने एक बच्चे को जन्म दिया है। उसके बाद बच्ची की हालत खराब हाेने के बाद कानपुर रेफर किया गया है। जानकारी मिलने पर कोर्ट ने DM और CMO उन्नाव को निर्देश देकर कहा है कि जच्चा और बच्चा के इलाज में कोई कोताही न बरती जाए। जैसे भी हो दोनों को अच्छे से अच्छा इलाज दिया जाए। लड़की की मां का कहना है कि 8 महीने ताने सुन-सुन कर गुजारे हैं। दरअसल, आठ महीने पहले 12 साल की किशोरी के साथ मौरावां क्षेत्र के एक गांव में कुछ लोगों ने गैंगरेप किया गया था।
इसमें वह गर्भवती हो गई थी। घटना में तीन आरोपियों को पुलिस ने जेल भी भेजा है। दरिंदगी के 8 महीने बाद मंगलवार को प्रसव पीड़ा होने उसे जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसने बेटे को जन्म दिया। गुरुवार को बच्ची की हालत बिगड़ी तब मामला सुर्खियों में आया। हालत गंभीर देखकर पीड़िता को कंगारू मदर केयर वार्ड में भर्ती किया गया था। जबकि नवजात जन्म के बाद नहीं रोया, तो उसे SNCU वार्ड में भर्ती कराया गया था। लेकिन, गुरुवार को जच्चा-बच्चा की हालत गंभीर होने पर दोनों को कानपुर रेफर कर दिया गया।
गैंगरेप पीड़िता की मां का कहना है, "बेटी के साथ हुए गैंगरेप के बाद करीब आठ महीने से ताने सुनते चले आ रहे हैं। मंगलवार को बेटी की हालत अचानक बिगड़ गई। उसे पेट में बहुत तेज दर्द होने लगा। तब हम उसे लेकर उन्नाव के अस्पताल पहुंचे। यहां बेटी का ऑपरेशन किया गया। उसने बेटे को जन्म दिया। जन्म के बाद उसके बेटे को अलग कर दिया गया है। मां ने कहा, "उसे दूध भी नहीं पिलाने दिया गया। हमारा वहां पर ठीक से इलाज भी नहीं किया जा रहा था। जब हमने शिकायत की, तो मेरी बेटी और उसके बच्चे को कानपुर रेफर कर दिया गया।
यहां कोई मदद नहीं कर रहा। खुद का पर्चा बनवाकर भर्ती कराया है। यहां मेरी बेटी जिंदगी और मौत से लड़ रही है।" पीड़िता की मां का आरोप है कि रात में उसे बच्चे से नहीं मिलने दिया गया। बाद में जब कई लोगों ने फोन किया तब उसे बच्चे से मिलवाया गया। बुधवार को पॉक्सो कोर्ट में मामले की सुनवाई थी। पीड़िता के अधिवक्ता संजीव त्रिवेदी ने अपर सत्र न्यायाधीश के समक्ष बेहतर इलाज को लेकर अपना पक्ष रखा। न्यायाधीश संदीप गुप्ता ने डीएम और सीएमओ डॉक्टर सत्य प्रकाश को निर्देश दिए हैं कि जच्चा और बच्चा के इलाज में कोई लापरवाही न बरती जाए। जैसे भी हो अच्छा इलाज करवाया जाए।
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