उत्तर प्रदेश

अयोध्या: सड़क पर बोल्डर डालकर भागी कार्यदायी संस्था, राहगीरों का चलना हुआ दुश्वार

Rani Sahu
26 Aug 2022 3:30 PM GMT
अयोध्या: सड़क पर बोल्डर डालकर भागी कार्यदायी संस्था, राहगीरों का चलना हुआ दुश्वार
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लोगों को सुगम यातायात की सुविधा को लेकर प्रदेश सरकार के दावे जिले के गोसाईगंज में धरातल पर उतरते नहीं दिख रहे हैं
गोसाईगंज/अयोध्या। लोगों को सुगम यातायात की सुविधा को लेकर प्रदेश सरकार के दावे जिले के गोसाईगंज में धरातल पर उतरते नहीं दिख रहे हैं। मामला विकासखंड मया बाजार क्षेत्र के गोसाईगंज से त्रिलोकपुर निमार्णाधीन संपर्क मार्ग का है, जहां प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 532.47 लाख की लागत से नौ किलोमीटर लंबी बन रही सड़क पर कार्यदायी संस्था केवल बोल्डर डालकर भाग गई है।
संपर्क मार्ग का निर्माण एक माह से रुके होने के कारण स्थानीय लोगों व राहगीरों को दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि हम लोगों को गन्तव्य तक जाने के लिए दूसरे रास्ते का सहारा लेना पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि निर्माणाधीन संपर्क मार्ग पर बोल्डर पड़ जाने के कारण राहगीरों व छोटे बच्चे यात्रा करने के दौरान चोटहिल हो जाते हैं। कार्यदायी संस्था के ठेकेदार व विभाग की लापरवाही के कारण ग्रामीणों व स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
जुलाई 2022 तक पूरा होना था निर्माण कार्य
नौ किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण पूरा करने के लिए विभाग ने कार्यदायी संस्था पीएमजीएसवाई को 29 जुलाई तक डेडलाइन दी थी। लोगों का कहना है कि कार्यदायी संस्था ने सड़क को तोड़कर निर्माण शुरू किया, लेकिन सिर्फ सड़क पर बडेÞ-बड़े बोल्डर डालकर भाग गई, जिसके बाद से सड़क का निर्माण कार्य बाधित हो गया है।
क्या कहते हैं स्थानीय लोग
क्षेत्र के रहने वाले संजय सिंह का कहना है कि बीते एक साल से इस सड़क का निर्माण कार्य अभी तक पूरा नहीं हो सका है। उन्होंने कहा कि संपर्क मार्ग का निर्माण कार्य बाधित होने की वजह से स्थानीय लोगों को कहीं आने-जाने के लिए बंदनपुर होकर जाना पड़ता है।
क्षेत्र के अमरजीत वर्मा का कहना है कि गोसाईगंज कस्बे में आने-जाने के लिए सबसे नजदीक यही मार्ग है। उन्होंने कहा कि जगह-जगह बोल्डर गिरने से इस मार्ग पर यात्रा करना जोखिम भरा हो गया है, आये दिन कोई ना कोई चोटिल हो रहा है।
निर्माण कंपनी ने सड़क बनाने हेतु अतिरिक्त समय मांगा है। लापरवाही और निर्माण में देरी के कारण संस्था पर जुर्माना लगाने और उसे ब्लैक लिस्ट करने पर भी विभाग द्वारा विचार किया जा रहा है…नरेंद्र चौधरी, सहायक अभियंता, ग्रामीण अभियंत्र विभाग, अयोध्या।
Rani Sahu

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