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डीएम ने किसान संगठनों के साथ की बैठक, सीएमओ को भी दिए निर्देश
मुजफ्फरनगर: बुधवार को जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी द्वारा किसान संगठनों के पदाधिकारियों एवं कृषकों के साथ लोकवाणी सभागार में बैठक कर उनकी समस्याओं को निस्तारित कराने हेतु अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक सम्पन्न की।
बैठक में सर्वप्रथम किसानों द्वारा बिजली विभाग द्वारा बिना किसी पूर्व सूचना के नलकूप पर मीटर लगाने, चकबन्दी, जनपद की औद्योगिक ईकाइयों द्वारा छोडे जा रहे दूषित जल से काली एवं हिन्डन नदी के पानी से फैल रही बीमारियों के संबंध में, सामुदायिक चिकित्सालयों में डॉक्टर की अनुपस्थिति एवं दवाईयों की कमी के संबंध में, वृद्वावस्था पेंशन, गन्ना मूल्य एवं आवारा पशुओं के रोकथाम सहित विभिन्न बिन्दुओं पर किसानों ने अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
जिलाधिकारी अरविन्द मल्लप्पा बंगारी द्वारा सर्वप्रथम किसानों को नलकूप पर मीटर लगाने के शासन के प्रयोजन के बारे में विस्तार से जानकारी उपलब्ध कराते हुए कहा कि नलकूप पर मीटर लगने से किसी भी किसान से अत्याधिक बिल नही लिया जायेगा, उन पर फ्लैट रेट के हिसाब से ही बिल बनाया जायेगा, मीटर मात्र ऊर्जा के मूल्यांकन एवं खपत की जानकारी के लिए ही लगाया जा रहा है‚ जिससे कि सभी किसानों को 24 घण्टे निर्बाध रुप से बिजली उपलब्ध करायी जा सके। चकबन्दी प्रकरणों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि चकबन्दी विभाग की टीम को गांवों मे भेजकर मौके पर किसानों की समस्या का निस्तारण कराया जायेगा, उन्होंने बन्दोबस्त चकबन्दी अधिकारी को निर्देशित किया कि स्वंय अपनी टीम के साथ मौके पर किसानों की समस्या सुने तथा नियमानुसार कार्यवाही करते हुए किसानों के लंबित प्रकरणों को तत्काल समाप्त करायें।
उन्होंने काली नदी में बढते प्रदूषण के संबंध मे अवगत कराया कि जनपद की औद्योगिक ईकाईयों की लगातार प्रदूषण विभाग द्वारा जांच कर समय समय पर कार्यवाही अमल में लायी जा रही है गत दिनों कई ईकाईयों पर अनियममितता के दृष्टिगत सीलिंग की कार्यवाही भी करायी गयी है, जिससे नदीयों मे मिल रहे पानी की गुणवत्ता में कुछ सुधार हुआ है‚ इसी प्रकार नदी को दूषित करने वाली ऐसी ईकाइयों पर विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारीयों द्वारा निरन्तर निगरानी एवं कार्यवाही की जायेगी।
जिलाधिकारी द्वारा चिकित्सा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि अधिकांश सी.एच.सी./पी.एच.सी. पर डॉक्टर की तैनाती की गयी है यदि कहीं चिकित्सकों की अनुपस्थिति के संबंध में जानकारी प्राप्त होती है तो उस पर जांच कर तत्काल कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि स्वंय आकस्मिक निरीक्षण कर सी.एच.सी./पी.एच.सी. का चिकित्सकों की उपस्थिति एवं दवाईयों की उपलब्धता की गहनता से जांच कर सूचना उपलब्ध कराये तथा जर्जर हो चुके भवनों की मरम्मत एवं नव निर्माण हेतु शासन को प्रस्ताव उपलब्ध कराया जायें। उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा भी आकस्मिक निरीक्षण का व्यवस्थाओं का जायजा लिया जायेगा।
जिलाधिकारी द्वारा विभिन्न बिन्दुओं पर समीक्षा करते हुए दिव्यांग व्यक्तियों के आधार कार्ड बनाये जाने, आवारा पशुओं को गौशाला में आश्रय दिये जाने सहित अन्य विषयों पर कार्यवाही किये जाने के संबंध में भी संबंधित अधिकारीयों को निर्देशित किया।
उक्त बैठक में अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 अरविन्द कुमार मिश्र, अपर जिलाधिकारी प्रशासन नरेन्द्र बहादुर सिंह, नगर मजिस्ट्रेट अनुप कुमार सहित मुख्य चिकित्साधिकारी, क्षेत्रीय प्रदूषण अधिकारी, जिला गन्ना अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी, पी0डब्लू0डी0, सिचांई विभाग सहित किसान यूनियन के पदाधिकारी मौजूद रहे।।