अपराध : अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस अपने कार्रवाई का तरीका बदल दिया है। अब वह गिरोह में मिल रहे बदमाशों पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई कर रही है। वहीं, जो बदमाश अकेले किसी घटना को अंजाम देने की कोशिश कर रहे हैं उनकी हिस्ट्रीशीट खोलकर उन्हें गिरफ्तार कर रही है। पुलिस कार्यालय के आकड़े के अनुसार 19 महीने में 539 बदमाशों पर गैंगस्टर एक्ट में 138 मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। 400 से अधिक अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली है। इनमें से अधिकतर अपराधी इस समय जेल में हैं। कुछ वर्षों से पुलिस का चेहरा बदल गया है, अपराध होते ही उसकी सक्रियता दिख रही है। इसका नतीजा है कि अपराधी किसी घटना को अंजाम देने से कतरा रहे हैं। जो कर रहे पुलिस उन्हें 24 से 48 घंटे के अंदर घटना का पर्दाफाश करते हुए गिरफ्तार कर रही है। पुलिस की इस बदली कार्यप्रणाली से अपने समय के बड़े से बड़े माफिया भी पनाह मांग रहे हैं। दूसरे जिलों में जाकर पुराने मुकदमों की जमानत वापस कराकर खुद को कोर्ट में सरेंडर कर रहे हैं। इसी के साथ पुलिस गिरोह में अपराध अंजाम देने वाले बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खोलने से लेकर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई कर रही है। पुलिस ने वर्ष 2022 में गैंगस्टर एक्ट की कार्रवाई का शतक लगाया था। पुलिस कार्यालय के अनुसार एक वर्ष के अंदर 402 बदमाशों पर गैंगस्टर के 100 मुकदमे दर्ज किए गए थे। वर्ष 2023 में सात माह के अंदर 155 बदमाशों पर गैंगस्टर एक्ट के 38 मुकदमे दर्ज किए जा चुके हैं। जल्द ही दुष्कर्म के आरोपित छह और बदमाशों पर कार्रवाई होनी है। पुलिस ने कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी के पास फाइल भेज दी है।