राज्य

टैबलेट चलाने में यूपी के विधायकों ने ली दिलचस्पी, विधानसभा होगी पेपरलेस, अब MLA की हाजिरी ई-विधान से लगेगी

Renuka Sahu
22 May 2022 2:06 AM GMT
UP MLAs take interest in running tablet, assembly will be paperless, now MLAs attendance will be done through e-Vidhan
x

फाइल फोटो 

उत्तर प्रदेश में विधान सभा में ई-विधान लागू हो गया है और 23 मई से शुरू होने वाले बजट सत्र से विधायको की हाजिरी इसके जरिए लगेगी.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। उत्तर प्रदेश में विधान सभा में ई-विधान (e-Vidhan) लागू हो गया है और 23 मई से शुरू होने वाले बजट सत्र से विधायको की हाजिरी इसके जरिए लगेगी. ई विधान लागू होने के बाद अब सदन के सदस्यों की उपस्थिति उनकी मेज पर लगे टैबलेट (Tablet) के माध्यम से दर्ज की जाएगी. विधानसभा (UP Vidhan Sabha) के सदन में सदस्यों की उपस्थिति तभी दर्ज की जाएगी जब वे लॉगिन करेंगे और अपना टैबलेट खोलेंगे. इससे साफ होगा कि विधायक कितने दिन सदन की कार्रवाई में रहे और उन्होंने सदन में कितना समय बिताया. ई विधान के जरिए विधायक अपने प्रश्नों को सूचीबद्ध भी करा सकेंगे और उन्हें उसका उत्तर भी इसी के जरिए मिलेगा.

उत्तर प्रदेश विधान सभा अध्यक्ष सतीश महाना ने ने विधायकों को इसकी जानकारी दी और कहा कि पहले सदस्यों को अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए पीछे जाना पड़ता था, लेकिन अब यदि कोई सदस्य टेबलेट चालू करके अपनी उपस्थिति दर्ज नहीं कराता है, तो उसे सदन में अनुपस्थित माना जाएगा. उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि बैकडेटिंग कागज पर काम करती थी, लेकिन टैबलेट पर काम नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि जो भी सदन के सदस्य ज्यादा अनुपस्थित रहेंगे, उनकी जानकारी मीडिया को भी दी जाएगी ताकि उन्हें ऐसा न लगे कि कहीं उनका जिक्र नहीं हो रहा है.
सदस्य कुर्सी की गरिमा को बचाए रखें
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदस्यों को सदन की परंपराओं और प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी दी और कहा कि वर्ष का पहला सत्र या नवगठित विधान सभा का पहला सत्र राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू होगा और उसके बाद अभिभाषण पर लाए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी. उन्होंने कहा कि बजट सत्र में बजट पेश होने के बाद इस पर चार दिन तक चर्चा होगी और सदस्यों को प्रश्नकाल के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि विधायक कुर्सी की सीट की गरिमा को बचाए रखें.
विधायकों ने दिखाई दिलचस्पी
विधानसभा मंडप में विधायकों की सीट के सामने टेबलेट लगाए गए हैं और शनिवार को विधायकों ने इनका इस्तेमाल करने का तरीका जानने की कोशिश की. ज्यादातर विधायकों ने ई-विधान को सीखने में दिलचस्पी दिखाई और इस दौरान वहां पर विधायकों को ट्रेनिंग देने के लिए एनआईसी की टीम भी मौजूद थी. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सभी का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि घबराएं नहीं और धीरे धीरे सीख जाएंगे. बीएसपी के उमाशंकर सिंह ने डिवाइस के बारे में जानकारी ली तो सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर ने इसे गंभीरता से समझा.
यूपी में नए विधायकों को मिलेगा लैपटॉप
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि राज्य विधानसभा के नए विधायकों को लैपटॉप भी दिया जाएगा. ताकि वह सवाल पूछ सके और घर से नोटिस दे सके. हालांकि जो विधायक दोबारा चुनकर आए हैं. उनके पास पहले से ही लैपटॉप है. लिहाजा अब नए विधायकों को लैपटॉप दिया जाएगा.
Next Story