
डेटा प्राइवेसी: मशहूर स्मार्टफोन ब्रैंड रियलमी पर सनसनीखेज आरोप लगे हैं। भारतीयों पर जासूसी करने और डेटा चोरी करने के आरोप सामने आए हैं। यह खबर सोशल मीडिया पर हलचल मचा रही है। मामला केंद्र के संज्ञान में आया और जांच शुरू हुई। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने यह बात कही। बागड़ी ने बताया कि 'एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विसेज' नामक एक सुविधा, जो उपयोगकर्ता के कॉल लॉग्स के साथ-साथ संवेदनशील डेटा जैसे एसएमएस, स्थान आदि को ट्रैक करती है, उनके फोन डेटा का उपयोग कर रही है।
यह बात उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए कही। फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन ने स्वतंत्र रूप से रियलमी फोन पर डिफ़ॉल्ट रूप से इस तरह के 'फीचर' के अस्तित्व की पुष्टि की है। हालांकि, जानकारों का कहना है कि इसका पता लगाना मुश्किल है। हालाँकि, ऋषि बागरी ने उल्लेख किया कि आपको यह जानने के लिए सेटिंग्स> अतिरिक्त सेटिंग्स> सिस्टम सेवा में जांच करनी चाहिए कि क्या यह सुविधा संबंधित फोन में उपलब्ध है। उन्होंने संदेह जताया कि यह स्मार्टफोन यूजर्स की लोकेशन ट्रैक कर रहा है, कैलेंडर इवेंट्स, कॉल लॉग्स और इंटरनेट से जुड़े लोगों के मैसेज को पढ़ और शेयर कर रहा है।
हालाँकि, Realme का कहना है कि यह डेटा मुख्य रूप से चार्जिंग को अनुकूलित करने, वॉलपेपर सहित सुविधाओं में सुधार करने के लिए एकत्र किया गया है। फिलहाल यह मामला सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि, एन्हांस्ड इंटेलिजेंट सर्विसेज फीचर को लेकर रियलमी ने जवाब दिया है कि यह फीचर यूजर एक्सपीरियंस को बेहतर कर सकता है। दरअसल स्मार्टफोन कंपनियां इस फीचर में सर्विस और एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के नाम पर डिवाइस की जानकारी, ऐप यूसेज डेटा, लोकेशन, कैलेंडर इवेंट्स, मैसेज, मिस्ड कॉल डेटा जैसी कुछ जानकारियां कलेक्ट करती हैं।