त्रिपुरा

Tripura flood: केंद्र ने राहत कार्यों के लिए जारी किए 40 करोड़ रुपये

Sanjna Verma
23 Aug 2024 2:19 PM GMT
Tripura flood: केंद्र ने राहत कार्यों के लिए जारी किए 40 करोड़ रुपये
x
Tripura त्रिपुरा: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज घोषणा की कि केंद्र ने बाढ़ प्रभावित त्रिपुरा में राहत प्रयासों को तेज करने के लिए अग्रिम रूप से 40 करोड़ रुपये जारी करने की मंजूरी दे दी है। शाह ने कहा कि बाढ़ राहत और बचाव कार्यों में राज्य सरकार की सहायता के लिए केंद्र द्वारा राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 11 टीमें, सेना की तीन टुकड़ियां और भारतीय वायु सेना के चार हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं।
अमित शाह ने एक्स पर लिखा कि त्रिपुरा में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए, मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने प्रभावित लोगों को राहत प्रदान करने के लिए एसडीआरएफ से केंद्रीय हिस्से के रूप में ₹40 करोड़ अग्रिम रूप से जारी करने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि केंद्र द्वारा तैनात एनडीआरएफ की 11 टीमें, सेना की 3 टुकड़ियां और वायु सेना के 4 हेलीकॉप्टर पहले से ही राहत और बचाव कार्यों में राज्य सरकार की सहायता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चाहे कुछ भी हो, त्रिपुरा में हमारी बहनें और भाई इस कठिन समय से लड़ने के लिए मोदी सरकार को उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े पाएंगे।
पुरा में पिछले कुछ दिन में हुई भारी बारिश के कारण कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई और दो अन्य लापता हो गए। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि राज्य में 65,400 लोगों ने 450 राहत शिविरों में शरण ली है, क्योंकि भारी बारिश के कारण उनके घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। Chief Minister माणिक साहा ने सोशल मीडिया मंच ‘फेसबुक’ पर एक पोस्ट में लिखा कि सांतिरबाजार में अश्वनी त्रिपुरा पारा और देबीपुर में भूस्खलन के बाद दस लोग मलबे के नीचे दब गए।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं मृतकों के परिजनों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करता हूं। यह अपूरणीय क्षति है। राज्य सरकार ने प्रत्येक मृतक के परिवार को चार लाख रुपये की वित्तीय मदद देने की घोषणा की है।’’ इससे पहले राजस्व विभाग के सचिव बृजेश पांडेय ने बताया था कि राज्य में भारी बारिश के बाद 12 लोगों की मौत हो गई। उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, अब तक 12 लोगों की जान जा चुकी है और दो लोग लापता हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट में भौतिक बुनियादी ढांचे और कृषि फसलों के साथ-साथ घरों और पशुओं को भी भारी नुकसान होने की बात कही गई है।
Next Story