त्रिपुरा

टीएमसी नेता सायानी घोष को मिली जमानत

Deepa Sahu
22 Nov 2021 1:23 PM GMT
टीएमसी नेता सायानी घोष को मिली जमानत
x
टीएमसी यूथ कांग्रेस की अध्यक्ष सायानी घोष को अगरतला कोर्ट से बेल मिल गई है.

Tripura : टीएमसी यूथ कांग्रेस की अध्यक्ष सायानी घोष को अगरतला कोर्ट से बेल मिल गई है. त्रिपुरा पुलिस ने रविवार को घोष को हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार किया था, जब उन्होंने शनिवार रात 'खेला होबे' के नारे लगा कर राज्य के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब की एक बैठक को कथित रूप से बाधित कर दिया था. सायानी को शुरुआती सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया गया था.

इसके बाद टीएमसी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को दिल्ली में गृह मंत्रालय (एमएचए) के बाहर धरना दिया. तृणमूल कांग्रेस सांसदों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की और शाह से मिलने का समय मांगा. 4 घंटे प्रदर्शन के बाद प्रतिनिधिमंडल को गृह मंत्री अमित शाह ने मिलने की अनुमति दी.
तृणमूल कांग्रेस के नेता सुखेंदु शेखर रॉय ने कहा, 'हम चाहते हैं कि गृह मंत्री हमारी बात सुनें। त्रिपुरा में हो रही हिंसा के लिए शाह और मोदी दोनों को जवाब देने की जरूरत है.' तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा कि त्रिपुरा में पार्टी की युवा नेता सायानी घोष की गिरफ्तारी के खिलाफ भी यह विरोध प्रदर्शन था.मुलाकात के बाद TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा, गृह मंत्री अमित शाह को लिखित में हमने अपनी बात दी है. क्या-क्या फॉल्ट हो रहा है त्रिपुरा में, यह सब हमने अमित शाह को बता दिया है. गृह मंत्री अमित शाह ने बोला है कि उन्होंने त्रिपुरा के सीएम से रविवार को बात की थी और अब वो सीएम से त्रिपुरा मामले पर रिपोर्ट लेंगे. वहीं तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने कहा, हमने गृह मंत्री को ज्ञापन दिया है. उन्होंने कहा है कि हिंसा नहीं होगी. हमारी मुख्य मांग थी कि और हिंसा नहीं होनी चाहिए. हमारे लोगों पर फर्जी केस दर्ज नहीं होने चाहिए और त्रिपुरा में शांति होनी चाहिए.

क्यों हो रहा है विवाद
दरअसल त्रिपुरा में 25 नवंबर को अगरतला नगर निगम के चुनाव होने हैं. साथ ही अन्य 12 सीटों पर भी निकाय चुनाव कराए जाएंगे. इन चुनावों को लेकर त्रिपुरा में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच लगातार गतिरोध चल रहा है. त्रिपुरा पुलिस ने तृणमूल युवा कांग्रेस की प्रमुख सायानी घोष को रविवार को गिरफ्तार किया था. टीएमसी ने उच्चतम न्यायालय में भी इस सिलसिले में एक याचिका दायर की है और उच्चतम न्यायालय उस याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. उच्चतम न्यायालय मंगलवार को इस याचिका पर सुनवाई कर सकता है. टीएमसी का दावा है कि त्रिपुरा में निकाय चुनाव की तारीख नजदीक आने पर वहां कानून-व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो गई है.
Next Story