त्रिपुरा में भारी बारिश ने मचाया कहर, 2 हजार से ज्यादा लोगों ने ली राहत शिविरों में शरण
पश्चिम त्रिपुरा जिले के सदर अनुमंडल में मूसलाधार बारिश के कारण आई बाढ़ में 2,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने 20 राहत शिविरों में शरण ली है। हालांकि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पश्चिम त्रिपुरा जिले में पिछले 24 घंटों में 155 मिमी बारिश हुई है, जिससे हावड़ा नदी के किनारे कई निचले इलाकों में पानी भर गया है।
सदर अनुविभागीय दंडाधिकारी आशिम साहा ने कहा कि हावड़ा नदी का जल स्तर खतरे के स्तर से थोड़ा ऊपर बह रहा है, जिससे अगरतला के दक्षिणी हिस्सों में कई निचले इलाकों के लिए खतरा पैदा हो गया है। अगर अधिक बारिश हुई तो स्थिति और खराब हो सकती है। पुलिस, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और प्रशासन संयुक्त रूप से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव अभियान चला रहे हैं।मुख्यमंत्री माणिक साहा ने शुक्रवार रात एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से स्थिति को संभालने और बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन करने के लिए हर संभव कदम उठाने को कहा।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के परियोजना अधिकारी सरथ कुमार दास ने कहा कि हालांकि शुक्रवार आधी रात से बारिश बंद हो गई है। अगरतला में मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार दोपहर के आसपास भारी बारिश हो सकती है और अलर्ट जारी कर दिया गया है। उन्होंने कहा, बरमुरा हिल से हावड़ा नदी में पानी बह रहा है जिससे यह बढ़ रहा है। हम स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं और जरूरी कदम उठा रहे हैं। स्थिति को देखते हुए, राज्य सरकार ने पहले ही घोषणा कर दी है कि शनिवार को स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।