अगरतला। त्रिपुरा में पुलिस ने अगरतला नगर निगम के पार्षद अभिषेक दत्ता के खिलाफ शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। पार्षद दत्ता शहर के रामनगर निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक और पार्टी के उम्मीदवार सूरजजीत दत्ता के भतीजे हैं।
पेशे से वकील और कांग्रेस- मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार पुरुषोत्तम रॉय बर्मन और सुष्मिता पाल ने एक प्राथमिकी दर्ज कराई है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि घटना दिनदहाड़े शहर के बीचोंबीच बनर्जीपाड़ा इलाके में उस वक्त हुई, जब वह गुरुवार को चैंबर से निकलीं थी। पार्षद दत्ता के नेतृत्व में लगभग 40 से 50 बदमाशों ने पिस्तौल दिखाकर, उनका रास्ता रोका और कथित रूप से परेशान किया। इसके अलावा, जान से मारने की धमकी भी दी।
सब डिविजनल पुलिस ऑफिसर (एसडीपीओ-सदर) अजॉय दास ने कहा कि दोनों पक्षों की ओर से पश्चिम अगरतला पुलिस स्टेशन में तीन शिकायतें दर्ज की गईं और दोनों पक्षों के आरोपी व्यक्तियों को नोटिस दिए गए।
एसडीपीओ दास ने कहा, "पुलिस ने मौके से सभी डिजिटल साक्ष्य एकत्र किए हैं। ऑन-ड्यूटी सुरक्षाकर्मियों से मिले इनपुट के आधार पर आगे की जांच शुरू कर दी गयी है।"
पार्षद दत्ता ने आरोप लगाया कि सुश्री पाल रामनगर निर्वाचन क्षेत्र के निर्दलीय उम्मीदवार को वोट देने के लिए उस क्षेत्र के लोगों को पैसे बांट रही थी, जो अनैतिक है, इसलिए उन्होंने इस तरह के प्रयासों को रोकने की कोशिश की। लेकिन, उन पर झूठे आरोप लगाए गए।
दूसरी ओर, माकपा ने आरोप लगाया कि दक्षिण त्रिपुरा, सिपाहीजाला और पश्चिमी त्रिपुरा जिलों के कुछ इलाकों में भाजपा के गुंडे हर रात मतदाताओं को डराते-धमकाते रहे हैं। यह मामला स्थानीय पुलिस के संज्ञान में लाए जाने के बावजूद, अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।