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त्रिपुरा: त्रिपुरा के उनाकोटि जिले गुरुवार को उल्टा रथ यात्रा उत्सव के दौरान एक रथ के बिजली के तार के संपर्क में आने से सात लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में से एक के परिवार ने रथ यात्रा का आयोजन करने वाले आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
कुमारघाट थाना प्रभारी शंकर साहा ने कहा, रथ यात्रा आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और हमने इस मामले की जांच शुरू कर दी है। करंट लगने से दो बच्चे समेत सात लोगों की मौत हो गई, वहीं 16 अन्य घायल भी हुए। घायलों को कुमारघाट, कैलाशहरंद और अगरतला के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सात लोगों जीबी पंत अस्पताल में लाया गया, उनमें से तीन की हालत गंभीर है।
हजारों की संख्या में लोग लोहे से बने रथ को खींच रहे थे। तभी यह 133 केवी ओवरहेड केबल के संपर्क में आने से रथ के कुछ हिस्सें तुरंत आग की चपेट में आ गई, जिससे सात लोगों की मौके पर ही मौत हो गई थी।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री लोगों का हालचाल लेने पहुंचे
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कुमारघाट में रथ यात्रा के दौरान बिजली गिरने की घटना में घायल हुए लोगों से मुलाकात की, जिनका अगरतला के जीबीपी अस्पताल में इलाज चल रहा है। सीएम ने ट्वीट किया कि आज अस्पताल में घायल व्यक्तियों से मुलाकात की, ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सा अधिकारियों से बातचीत की और इलाज के बारे में जानकारी ली। मैं भगवान से घायल व्यक्तियों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने गुरुवार को अपने त्रिपुरा समकक्ष माणिक साहा से बात की। उन्होंने भगवान जगन्नाथ के रथ के हाई-टेंशन तार की चपेट में आ जाने से सात लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया। पीड़ितों के परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए, पटनायक ने कहा कि वह और ओडिशा के लोग दुख की इस घड़ी में त्रिपुरा के लोगों के साथ मजबूती से खड़े हैं।
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