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अगरतला (आईएएनएस)| चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और ब्राजील सहित 12 जी-20 सदस्यों के प्रतिनिधियों की भागीदारी के साथ, भारत की जी-20 अध्यक्षता में दो दिवसीय विज्ञान-20 सम्मेलन सोमवार को त्रिपुरा की राजधानी में शुरू हुआ। सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार अजय सूद ने अपने प्रारंभिक संबोधन में कहा कि दुनिया जलवायु परिवर्तन सहित अभूतपूर्व मुद्दों का सामना कर रही है और भविष्य को बचाने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि इन मुद्दों को और आगे नहीं टाला जा सकता है। आगे कहा कि दो दिवसीय सम्मेलन में तीन उप-विषयों पर चर्चा की जाएगी, जिसमें से एक हरित हाइड्रोजन के बारे में होगा जो दुनिया भर के देशों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।
उन्होंने कहा कि महासागर आधारित प्रौद्योगिकियां मानव जाति को ज्वारीय धाराओं के माध्यम से ऊर्जा की विशाल मात्रा का दोहन करने में मदद कर सकती हैं और नई पीढ़ी के ऊर्जा स्टोरेज से पता चलता है कि हमें लिथियम इलेक्ट्रो-केमिस्ट्री से परे सोचने की जरूरत है
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने कहा कि जी-20 बैठकों के हिस्से के रूप में 12 देशों के प्रतिनिधियों सहित 150 से अधिक प्रतिनिधि 'हरित भविष्य के लिए स्वच्छ ऊर्जा' नामक इस विज्ञान सम्मेलन में भाग ले रहे हैं।
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय, विज्ञान और प्रौद्योगिकी और वित्त मंत्रालय, नीति आयोग के वरिष्ठ अधिकारियों, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों और देश भर के निवेशकों ने अगरतला के बहारी इलाके में हपनिया इंटरनेशनल फेयर ग्राउंड में आयोजित सम्मेलन में भाग लिया।
सीएम ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उन्होंने त्रिपुरा में उद्योग स्थापित करने के लिए निवेशकों के साथ सार्थक बैठक की। उन्होंने कहा कि निवेशकों के साथ बांस, प्राकृतिक रबर, आगर संसाधनों का उपयोग और चाय की स्थापना, खाद्य प्रसंस्करण, पर्यटन, अस्पताल, सूचना प्रौद्योगिकी, होटल, फार्मास्युटिकल उद्योगों सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई और उन्होंने इन क्षेत्रों में गहरी रुचि भी दिखाई।
उद्योगों की स्थापित करते समय, स्थिरता और रोजगार सृजन प्राथमिकता होगी। हमारी सरकार ने नवीकरणीय और सौर ऊर्जा पर भी जोर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य के लिए कई देशों के प्रतिनिधियों के सामने अपनी क्षमता और संसाधन दिखाने का एक बड़ा अवसर है।
वहीं अभिषेक चंद्रा ने कहा कि बांग्लादेश के प्रतिनिधियों ने भी आमंत्रितों के रूप में इस कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि सम्मेलन के दौरान विभिन्न विषयों पर नौ सत्र होंगे। आगे कहा कि जी-20 के प्रतिनिधि त्रिपुरा के विभिन्न महत्वपूर्ण, ऐतिहासिक और पर्यटन स्थलों का भी दौरा करेंगे।
--आईएएनएस
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