भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुए नेताओं पर मुख्यमंत्री साहा ने साधा निशाना
अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा ने मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन छोड़ कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए सुदीप रॉय बर्मन और आशीष कुमार साहा पर निशाना साधते हुए उन्हें 'विश्वासघाती' करार दिया और कहा कि राज्य में होने वाले आगामी उपचुनाव में जनता उन्हें मुंहतोड़ जवाब देगी।
त्रिपुरा की चार विधानसभा सीट पर 23 जून को होने वाले उपचुनाव के लिए मुख्यमंत्री बरदोवाली निर्वाचन क्षेत्र से आशीष कुमार साहा के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरे हैं, जबकि रॉय बर्मन अगरतला सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। सर्वश्री रॉय बर्मन और आशीष कुमार साहा दोनों चार साल पहले विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर चुने गए थे। मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि दोनों ही नेता जनता की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे हैं और भाजपा को धोखा देकर कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर उनका चुनावी जंग में शामिल होना त्रिपुरा के लोगों को रास नहीं आ रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'अगरतला सीट पर हो रहे इस असामयिक चुनाव के लिए ये दोनों नेता पूरी तरह से जिम्मेदार हैं। उन्हें सत्ता में लाने के लिए इसलिए वोट दिया गया क्योंकि उन्होंने भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। ये अपनी जिंदगी में पहली बार सत्ताधारी दल से चुने गए थे और भाजपा ने उनमें से एक (रॉय बर्मन) को एक महत्वपूर्ण मंत्री भी बनाया और दूसरे (साहा) को पार्टी में अहम जिम्मेदारी भी दी गई लेकिन दोनों विफल रहे।'
उन्होंने बताया कि पार्टी में रहने और महत्वपूर्ण पदों पर बने रहने के बावजूद उन्होंने पिछले लोकसभा, स्वायत्त जिला परिषद और नगर निकाय चुनावों में भाजपा के खिलाफ खुलकर काम किया। उन्हें कई बार पार्टी कार्यालय आने और पार्टी की गतिविधियों में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया।
डॉ. साहा कहते हैं, 'मैं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में व्यक्तिगत रूप से रॉय बर्मन से मिला और उनसे किसी भी मुद्दे को हल करने के लिए बातचीत के लिए अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने नहीं सुना। भाजपा ने उन्हें पार्टी में हमेशा से चाहा, लेकिन दोनों ने धोखा दिया। इसलिए अब लोग उन्हें अगले उपचुनाव में मुंहतोड़ जवाब देंगे।'