मुंबई : रेलवे ने मंगलवार को कहा कि जयपुर-मुंबई ट्रेन गोलीबारी घटना के आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल यदि किसी मनोविकार (Mental Health) का इलाज करा भी रहा था तो उसने उसे गुप्त रखा था और उसकी पिछली नियमित चिकित्सा जांच में ऐसी कोई बीमारी सामने नहीं आई थी। अधिकारियों ने कहा था कि रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के 33 वर्षीय कांस्टेबल चेतन सिंह (33) पर सोमवार तड़के मुंबई के बाहरी इलाके में पालघर रेलवे स्टेशन के पास चलती ट्रेन में अपने वरिष्ठ सहकर्मी टीका राम मीणा और तीन यात्रियों की स्वचालित हथियार से गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह को बाद में उसे पकड़ लिया गया।गोलीबारी घटना के आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल यदि किसी मनोविकार (Mental Health) का इलाज करा भी रहा था तो उसने उसे गुप्त रखा था और उसकी पिछली नियमित चिकित्सा जांच में ऐसी कोई बीमारी सामने नहीं आई थी। अधिकारियों ने कहा था कि रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के 33 वर्षीय कांस्टेबल चेतन सिंह (33) पर सोमवार तड़के मुंबई के बाहरी इलाके में पालघर रेलवे स्टेशन के पास चलती ट्रेन में अपने वरिष्ठ सहकर्मी टीका राम मीणा और तीन यात्रियों की स्वचालित हथियार से गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह को बाद में उसे पकड़ लिया गया।गोलीबारी घटना के आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल यदि किसी मनोविकार (Mental Health) का इलाज करा भी रहा था तो उसने उसे गुप्त रखा था और उसकी पिछली नियमित चिकित्सा जांच में ऐसी कोई बीमारी सामने नहीं आई थी। अधिकारियों ने कहा था कि रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के 33 वर्षीय कांस्टेबल चेतन सिंह (33) पर सोमवार तड़के मुंबई के बाहरी इलाके में पालघर रेलवे स्टेशन के पास चलती ट्रेन में अपने वरिष्ठ सहकर्मी टीका राम मीणा और तीन यात्रियों की स्वचालित हथियार से गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। आरपीएफ कांस्टेबल चेतन सिंह को बाद में उसे पकड़ लिया गया।