सिरोही. राजस्थान पुलिस की बर्खास्त पुलिस सब इंस्पेक्टर सीमा जाखड़ को आज कोर्ट में पेश किया जायेगा. सीमा जाखड़ को एक दिन पहले रविवार को उसके जोधपुर स्थितआवास से गिरफ्तार किया गया था. सीमा जाखड़ पर तस्कर से 10 लाख रुपये लेकर उसे फरार कराने का आरोप है. ड्रग माफिया की फरारी में सीमा जाखड़ की भूमिका सामने आने के बाद उसे पहले बरलूट थानाप्रभारी के पद से हटाया गया था. उसके बाद सीमा को निलंबित किया गया था. मामले की जांच में सीमा जाखड़ की भूमिका पूरी तरह से साफ हो जाने के बाद में उसे राजस्थान पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था.
बीते साल सिरोही जिले के बरलूट थाने में हुये इस प्रकरण में राजस्थान पुलिस को काफी किरकिरी झेलनी पड़ी थी. उस समय सीमा जाखड़ बरलूट थाने की इंचार्ज थी. उस समय सीमा जाखड़ के इस कृत्य में थाने के तीन कांस्टेबल ओमप्रकाश, सुरेश कुमार और हनुमानाराम भी उसके साथ थे. मामले में उनकी भूमिका भी पूरी तरह से सामने आने पर उन्हें भी पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था. अब सीमा जाखड़ की गिरफ्तारी के बाद इस मामले के शेष आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी का इंतजार किया जा रहा है.
14 नवंबर की रात को हुआ था पूरा घटनाक्रम
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष 14 नवंबर रात 8 बजे बतौर बरलूट थानाधिकारी सीमा जाखड़ ने गुजरात नंबर की एक लग्जरी कार में डोडा-पोस्त बरामद किया था. लेकिन इस कार्रवाई को थाने में कागजों में 15 नवंबर सुबह 5 का बताया गया. पुलिस रिपोर्ट में सुबह 5.50 बजे कार के आने और नाकाबंदी तोड़कर भाग जाना बताया गया था. जबकि जांच में सामने आया था कि पुलिस ने जावाल नदी में नाकाबंदी कर तस्करों की कार पीछा कर पकड़ी थी. उसमें से रमेश फरार हो गया था. तस्करी के आरोपी दिनेश खीचड़ को पुलिस ने एक रेस्टोरेंट के पास से पकड़ लिया था.
बस में बिठाकर भगा दिया था तस्कर को
बाद सीमा जाखड़ ने तस्कर से मिलीभगत कर उसे जावाल-बरलूट नदी के पुल पर नाकाबंदी के बीच निजी बस रोककर बिठाकर भगा दिया था. तस्कर को निजी बस में बिठाने का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आ गया था. तस्कर को फरार कराने के लिये 10 लाख रुपये की डील की गई बताई जा रही है. पूरे मामले के खुलासे के बाद आईजी ने सीमा जाखड़ और तीनों कांस्टेबल को 26 नवंबर को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया था.