मिस कॉल से शुरू हुआ प्यार किडनैपिंग पर जाकर रूका ,जानिए क्या है पूरा मामला
नालंदा में एक प्रेमी को प्रेमिका से मिलने जाना भारी पड़ गया। मिस कॉल से शुरू हुआ प्यार किडनैपिंग पर जाकर रूका। यह पूरा मामला राजगीर का है। जहां, नूरसराय थाना क्षेत्र के बाराखुर्द के 12वीं कक्षा के स्टूडेंट मोनू को 23 जून को अगवा कर लिया गया। बाद में पुलिस के बढ़ते दबाव पर बदमाशों ने उसे छोड़ दिया। तब उसने पुलिस स्टेशन पहुंच पूरे मामले को बताया। मोनू की जुबानी पढ़िए उसके प्यार और अपरहण की कहानी...
15 जून को मेरे नंबर पर एक मिस कॉल आया। मैंने कॉल बैक किया तो फोन पर लड़की थी। उसने अपना नाम रिया बताया और पता राजगरी का कैलाश आश्रम। इसके बाद थोड़ी बातचीत हुई। दोबारा थोड़े देर बाद फिर उसका मिस कॉल आया।
तब मैंने दोबारा कॉल किया। धीरे-धीरे बातचीत लंबी होती गई। फिर बातचीत का सिलसिला शुरू होगा। फोन पर ही प्यार का भी इजहार हो गया। रिया वॉट्सऐप और वीडियो कॉलिंग भी करने लगी। तब हमने मिलने का प्लान बनाया। उसने मिलने के लिए 23 जून को राजगीर बुलाया। मैं अपने दो दोस्तों के साथ बाइक से उससे मिलने निकल पड़ा।
राजगीर के ब्रह्मकुंड के पास उससे मुलाकात हुई। इसके बाद रिया ने कहा कि भूख लगी है। फिर मैं अपने दोनों दोस्तों और रिया के साथ रेस्टोरेंट में खाना खाने चला गया। रेस्टोरेंट में खाना खाने के बाद उसने बाइक चलाने की इच्छा जताई। फिर हम लोग किला मैदान घूमने गए। मेरे दोनों दोस्त पीछे से ई रिक्शा पकड़ कर आने लगे। किला मैदान पहुंचे तो रिया ने बाइक ली और उसे चलाने लगी। रिया ने सिगरेट की डिमांड की।
तभी अचानक से किला मैदान में एक फोर व्हीलर गाड़ी आकर रुकी। इसमें 5 लोग सवार थे। कार सवार ने हमको यह कहते हुए गाड़ी में बैठा लिया कि मेरी बहन के साथ यहां क्या कर रहा है? अब तुम्हें थाने चलना पड़ेगा। कार सवार ने हमारी बाइक ले ली। उसके पीछे रिया बैठ गई। मेरे साथ अन्य चार युवक कार में सवार हो गए। थोड़ी दूर जाने के बाद हमारी आंखों पर पट्टी बांध दी। हमारे दोनों दोस्त अभिषेक और पन्नु के पहुंचने से पहले ही मैं किडनैप हो गया। थोड़ी देर में मेरे मोबाइल से घरवालों से 10 लाख की फिरौती मांगी गई।
फिरौती मांगने की बात जब दोस्तों को पता चली तो उन्होंने राजगीर थाने जाकर पूरा जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने मोनू के नंबर को ट्रैक किया। फिर उसकी बरामदगी के लिए छापेमारी में जुट गई। पुलिस के साथ मोनू के अन्य दो दोस्त अभिषेक और पिन्नु ने भी खोजबीन शुरू कर दी। पुलिस के पीछे लगने की खबर मिलते ही आरोपियों ने मोनू को राजगीर के पथरौरा के पास छोड़ दिया। वहां से वह एक राहगीर की मदद से पुलिस को कॉल किया। इसके बाद पुलिस अपने साथ थाने ले गई।
10 लाख से 7 हजार पर आ गए थे बदमाश
बरामदगी होने के बाद मोनू ने बताया, 'किसी अनजान जगह पर ले जाकर रखा गया था। घर फोन कर 10 लाख की फिरौती की मांग की जाने लगी थी। समय बीतने पर बदमाशों की डिमांड भी घटती चली गई। इसके बाद बदमाश 5 लाख, फिर 20 हजार पर आ गए। इसके बाद 7 हजार तक आ चुके थे।'
वहीं, मोनू की मां ने बताया कि बेटे को बाइक ले जाने से मना भी किया था। इसके बावजूद बेटा नहीं माना और वह राजगीर घूमने चला गया था। इस मामले में राजगीर थाने में कांड दर्ज कर पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई में जुट गई है।